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नेशनल

55 साल बाद ड्रैगन ने फिर सिर उठाया, भारत ने सीमा पर बढ़ाई आर्मी

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नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच तनाव और गहराता जा रहा है। 1962 की भारत-चीन लड़ाई के बाद यह पहला मौका है जब सिक्किम से लगी सीमा पर भारत और चीन (ड्रैगन) के बीच गतिरोध इतना लंबा चल रहा है। इस इलाके में दोनों तरफ सैनिक भेजे गए हैं।

एक महीने से डोकाला में दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। डोकाला उस क्षेत्र का भारतीय नाम है, जिसे भूटान डोकलाम कहता है, जबकि चीन इसे अपने डोंगलांग क्षेत्र का हिस्सा मानता है।

सूत्रों के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा भारतीय सेना के 2 बंकरों को नष्ट करने की आक्रामक गतिविधि के बाद
भारत ने डोकाला में जो सैनिक भेजे हैं, उन्हें नॉन काम्बैटिव मोड में तैनात किया गया है।

चीनी सेना की उकसाने वाली कार्रवाई के बाद हाल ही में भारतीय रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी चीन को चेताते हुए कहा कि समय बदल चुका है। यह 1962 का युग नहीं, 2017 है। चीन को अपने सीमावर्ती देशों की भूमि को हथियाने के साथ अपनी विस्तारवादी सोच को छोड़ सभी देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए।

इस बीच चीन ने भारत से सेना की गतिविधि को लेकर आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई और यह भी संदेश दिया कि गतिरोध खत्म होने के बाद ही तीर्थयात्रियों को कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने के लिए नाथू-ला पास का रास्ता खोला जाएगा.

1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद 2013 में जम्मू-कश्मीर के लद्दाख डिविजन स्थित दौलत बेग ओल्डी में दोनों देशों की सेनाएं करीब 21 दिनों तक आमने-सामने थीं। उस समय चीन के सैनिक भारतीय सीमा में 30 किलोमीटर भीतर तक आ चुके थे और इलाके पर अपना दावा जताया था। हालांकि बाद में भारतीय सेना ने उन्हें वापस खदेड़ा था।

नेशनल

महाराष्ट्र में बोले अमित शाह- शरद पवार की चार पुश्तें भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, “मैं एमवीए वालों से पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर होना चाहिए या नहीं?

अमित शाह ने आगे कहा, ”अभी-अभी जम्मू कश्मीर के असेंबली में मीटिंग हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस पार्टी ने भी एक संकल्प किया कि धारा 370 वापस लाइए, कश्मीर जो है भारत का अभिन्न यंग नहीं है। मैं आज संभाजी महाराज की भूमि पर कह कर जा रहा हूं- शरद पवार साहब, चाहे आपकी चार पुश्ते भी आ जाएं, हम धारा 370 को वापस नहीं आने देंगे।”

अमित शाह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करके कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 75 साल से राम मंदिर को लटका रही थी। राहुल गांधी अयोध्या नहीं गए, उन्हें वोट बैंक से डर लगता है। हम बीजेपी वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं. हमने काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर भी बनाया, सोमनाथ का मंदिर भी सोने का बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, इसे रोकने का एकमात्र रास्ता बीजेपी की सरकार है। महायुति की सरकार है।

 

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