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खेल-कूद

नागपुर पिच को लेकर आईसीसी की रिपोर्ट को कोहली ने खारिज किया

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नई दिल्ली| भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें भारत तथा दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए तीसरे टेस्ट के मेजबान नागपुर के विदर्भ क्रिकेट संघ मैदान की पिच को खराब की श्रेणी में रखा गया है। कोहली ने कहा कि वह तथा उनकी टीम ऐसी रिपोर्ट पर ध्यान नहीं देती।

नागपुर टेस्ट तीन दिनों में समाप्त हो गया था और भारत ने वह मैच 124 रनों से जीतकर चार मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। उस मैच के रेफरी ज्यौफ क्रो ने पिच को खराब दर्जा दिया है और आईसीसी ने इसे लेकर बीसीसीआई को जवाब देने के लिए 14 दिनों का समय दिया है। आईसीसी इसे लेकर बीसीसीआई पर जुर्माना भी लगा सकता है।

पिच को लेकर इस सीरीज में कई बातें हुईं। मुम्बई में खेले गए अंतिम एकदिवसीय मैच में भारत की हार के बाद टीम निदेशक रवि शास्त्री द्वारा वानखेड़े स्टेडियम के पिच क्यूरेटर की ‘क्लास’ लेने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था। मोहाली में भारत ने अपनी इच्छा के मुताबिक पिच चाही और से मिली भी। नतीजा हुआ कि भारत ने वह मैच भी तीन दिनो में जीत लिया।

अब दोनों टीमें चौथे तथा अंतिम टेस्ट के लिए दिलली में हैं। फिरोजशाह कोटला स्टेडियम की पिच भी सपाट और स्पिनरों को मदद करने वाली दिखाई दे रही है। ऐसे में यह मैच भी तीन-चार दिनों से अधिक नहीं चलेगा, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। खास बात यह है कि नागपुर में पिच पर अंगुली उठने के बाद बीसीसीआई की पिच समिति के प्रमुख दलजीत सिंह ने अपनी देखरेख में कोटला की पिच तैयार कराई है।

कोहली ने कहा कि पिच के बारे में इस सीरीज में काफी बातें हो गई हैं लिहाजा वह इस पर अधिक नहीं बोलना चाहते। कोहली ने कहा, “हम सकारात्मक बातें नहीं कर रहे हैं। हम सिर्फ पिच की बात कर रहे हैं और टीम को कम आंक रहे हैं जबकि होना इसके उलट चाहिए था।किसी ने एडिलेड टेस्ट के बारे में नहीं लिखा, जो सिर्फ ढाई दिन में खत्म हो गया। मेरी नजर में तो उस मैच के बारे में भी लेख लिखे जाने चाहिए थे लेकिन किसी ने ऐसा नहीं किया।”

कोहली ने कहा, ” पिच को लेकर लेख लिखे जाते रहे हैं और लिखे जाते रहेंगे। इस पर राय जाहिर की जाती रही है जाहिर की जाती रहेगी। यह किसी के दिमाग में बैठी बात और उसकी राय हो सकती है। मैं इसे रिलेट नहीं करता और कभी समझ भी नहीं पाया। मैं इस पर ध्यान भी नहीं देता। यह न तो मुझे या फिर मेरी टीम को परेशान करता है। लोग अपनी राय देने के लिए आजाद हैं। ये लोग कोई भी हो सकते हैं। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।”

कोटला की पिच पर भारत की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर कोहली ने कहा, “पिच चाहें कैसी भी हो हम जीत को लेकर आश्वस्त हैं। हमारी टीम में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। सभी खिलाड़ी फिट हैं और निसंदेह काबिल हैं। मैच तीन दिन जाए, चार दिन जाए या पांच दिन जाए हमारा लक्ष्य इसे जीतना होगा। इसके लिए हमें अच्छा क्रिकेट खेलना होगा। ऐसा नहीं है कि पिच कठिन है तो आपके मैदान पर जाते ही दूसरी टीम हार जाएगी।”

एक बल्लेबाज होने के नाते खराब पिचों के बारे में क्या सोचते हैं, इस सवाल के जवाब में कोहली ने कहा, “मैं चुनौती पसंद करता हूं। यह शुरुआत से ही मेरी आदत रही है। कप्तानी ने मुझे अच्छा खेलने के लिए प्रेरित किया है। मैं कप्तान बनने के बाद टीम के लिए अच्छा खेलने की कोशिश करता हूं। मैं किसी और मनोदेशा के साथ नहीं खेलता। मुझे जिम्मेदारी पसंद है। कप्तानी मुझे हमेशा से अच्छा करने के एिल प्रेरित करती है।”

खेल-कूद

HAPPY BIRTHDAY KING KOHLI : भारतीय क्रिकेट टीम के किंग विराट कोहली आज मना रहे है अपना 36वां जन्मदिन

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नई दिल्ली। भारतीय टीम के स्‍टार बल्‍लेबाज विराट कोहली का आज 36वां जन्मदिन हैं। एक साल से कोहली काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहे हैं। हालिया न्‍यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में इस रन मशीन को एक-एक रन के लिए जूझते हुए देखा गया। कोहली ने अब से ठीक एक साल पहले अपने 35वें जन्मदिन पर रिकॉर्ड की बराबरी करने वाला 49वां वनडे शतक बनाया और उसके कुछ दिन बाद ही 50वां वनडे शतक जड़ महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ डाला।

कहां से मिली कोहली को असली पहचान?

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ. वह दिल्ली के उत्तम नगर में पले-बढ़े. बताया जाता है कि सिर्फ 9 साल की उम्र में ही कोहली ने क्रिकेट को अपना लिया था. इसके बाद उन्होंने अपने बचपन के कोच राजकुमार शर्मा से क्रिकेट की बारीकियां सीखीं.

कोहली ने क्रिकेट में धीरे-धीरे कमाल करना शुरू किया. उन्होंने एज ग्रुप क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट की तरफ कदम बढ़ाया. 2006 में कोहली ने करियर का पहला फर्स्ट क्लास मैच दिल्ली के लिए खेला. इसी दौरान कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हुआ. पिता के निधन के बावजूद कोहली कर्नाटक के खिलाफ खेल रहे मैच में बैटिंग करने के लिए गए और उन्होंने 90 रनों की पारी भी खेली. यहां से कोहली को कुछ पहचान मिली.

 

 

 

 

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