Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

जनता परिवार ने मोदी सरकार को दिखाया आईना

Published

on

Loading

नई दिल्ली| जनता दल परिवार ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के जंतर मंतर पर ‘महाधरना’ देकर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को उसके छह महीने के कामकाज को लेकर आईना दिखाया। पांचों दलों ने सरकार पर वादाखिलाफी व देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का आरोप लगाया। महाधरना में समाजवादी पार्टी (सपा), जनता दल (युनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जनता दल (सेक्युलर) और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के नेताओं ने लोकसभा चुनाव के पूर्व किए गए वादों तथा धर्मातरण को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हजारों लोगों को संबोधित करने से पहले उन्हें मोदी के चुनावी भाषणों की रिकार्डिग सुनाई। उसके बाद पूछा, “इस आवाज को पहचान रहे हैं न आप? क्या आप लोगों के खाते में 15-20 लाख रुपये आ गए? पैसे चेक से मिले या सीधे खाते में आ गए?” उन्होंने सवाल उठाया, “राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार चुनाव पूर्व किए वादे पूरे करने में आखिर क्यों विफल है? कालाधन विदेश से वापस लाने का जो वादा किया गया था, वह कहां है?”

उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ईसाइयों और मुस्लिमों का जबरन धर्मातरण कराने वाले दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। नीतीश ने कहा कि धर्म के आधार पर देश का बंटवारा नहीं होने दिया जाएगा। सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने कहा, “धर्मातरण भाजपा की साजिश है, वह दंगे कराना चाहती है ताकि सरकार की विफलताओं से लोगों का ध्यान बंटा रहे।”

उन्होंने कहा, “मोदी ने सभी बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था और विदेशों से कालाधन वापस लाकर हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये देने का वादा किया था। यहां तक कि लोगों से कहा कि आप सभी बैंक खाते खुलवा लें, बहुत सारे लोगों ने खुलवा भी लिए, मगर पैसा कहां गया?” राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि मोदी ने कहा कि भाजपा की सरकार बनी तो कोई देश भारत को आंख नहीं दिखा सकता, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर में रोज हमले हो रहे हैं और उधर चीन 70 किलोमीटर तक भारत में घुस आया और ठीक उसी वक्त मोदी चीन के राष्ट्रपति के साथ गुजरात में झूला झूल रहे थे।

लालू ने कहा कि मीडिया मोदी का अतिशय प्रचार कर रहा है। कहा गया कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा मोदी से मुलाकात करने के लिए लालायित हैं। यह सब मीडिया का खेल है, लेकिन इसमें पत्रकारों की गलती नहीं, बल्कि इन सबके मालिक ये खेल करवा रहे हैं। उन्होंने स्वयंभू संत आसाराम बापू से भाजपा व आरएसएस के करीबी संबंध होने का आरोप भी लगाया और सवाल उठाया कि कालाधन वापस लाने की मांग को लेकर बाबा रामदेव ने इसी जंतर मंतर पर धरना दिया था, अब वह चुप क्यों हैं?

लालू ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण देने की शैली की नकल कर लोगों को हंसाया और कहा, “मोदी जब बनारस गए तो कहा, मैं खुद नहीं आया हूं, बल्कि मुझे गंगा मां ने बुलाया है। किसी को गंगा कब बुलाती हैं, यह आप सब जानते ही हैं।” महाधरना में पहुंचे लोगों को जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव, जेडी (एस) प्रमुख एच.डी. देवगौड़ा और इनेलो नेता दुष्यंत चौटाला सहित कई अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। पांचों दलों ने देश में बनाए जा रहे सांप्रदायिक माहौल के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लिया।

उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

Published

on

Loading

संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

Continue Reading

Trending