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उत्तराखंडः भाजपाई सांसदों ने किया विधानसभा का घेराव

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उत्‍तराखंड, भाजपाई सांसदों, विधानसभा का घेराव, विस घेराव में प्रदेश के पांचों सांसद शामिल, दस से पंद्रह हजार की भीड, पुलिस पर फेंकी पानी की बोतलें

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उत्‍तराखंड, भाजपाई सांसदों, विधानसभा का घेराव, विस घेराव में प्रदेश के पांचों सांसद शामिल, दस से पंद्रह हजार की भीड, पुलिस पर फेंकी पानी की बोतलें

विस घेराव में प्रदेश के पांचों सांसद शामिल

देहरादून। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव 2017 नजदीक आ रहे हैं, भाजपा और कांग्रेस के बीच नूरा कुश्ती का रोमांच बढता जा रहा है। विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को भाजपा ने शक्ति प्रदर्शन किया। प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के लिए कूच किया। इस प्रदर्शन में भाजपा के पांचों सांसदों ने भी भाग लिया। प्रदर्शन के दौरान भाजपाइयों और पुलिस के बीच में खूब नोकझोंक व धक्का-मुक्की भी हुई।

दस से पंद्रह हजार की भीड, पुलिस पर फेंकी पानी की बोतलें

प्रदर्शनकारियों को रोकने ने विधानसभा से पहले ही पांच स्थानों पर बैरिकेड लगाये गये थे। बैरीकेडिंग पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया लेकिन भाजपाई किसी तरह से दो बैरीलकेडिंग तोडने में सफल हो गये लेकिन बाद में पुलिस ने दूसरे बैरिकेडिंग पर उन्हें रोक दिया। बैरिकेडिंग पर भाजपाइयों ने खूब जोर अजमाइश की लेकिन उनकी एक भी नहीं चली। भाजपाई बैरिकेडिंग पर ही प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। प्रदर्शनकारी रेसकोर्स के बन्नू स्कूल में एकत्रित हुए।

यहां प्रदर्शनकारियों को पूर्व सीएम व मौजूदा गढवाल सांसद बीसी खंडूडी, हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद मालालक्ष्मी शाह, भगत सिंह कोश्यारी, अजय टम्टा और तरुण विजय ने भी संबोधित किया। हल्ला बोल कार्यक्रम प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के नेतृत्व में चल रहा है। वक्ताओं ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। वक्ताओं ने कहा कि हरीश रावत सरकार सभी मोर्चों पर विफल साबित हो चुकी है। वक्ताओं ने आपदा, स्टिंग, नैनीसार के अलावा कानून-व्यवस्था के मामले को लेकर भी रावत सरकार पर निशाना साधा। सभा के बाद लगभग दो बजे भाजपाइयों ने विधानसभा की ओर कूच किया। लगभग 15 हजार कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने पूरा जोर लगाया। कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की झडप भी हुई।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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