Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

स्पीकर से मिलने देहरादून पहुंचेंगे बागी विधायक

Published

on

उत्तराखंड स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल, देहरादून पहुंचेंगे बागी विधायक, उत्तराखंड का राजनीतिक संकट

Loading

उत्तराखंड स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल, देहरादून पहुंचेंगे बागी विधायक, उत्तराखंड का राजनीतिक संकट

देहरादून। सरकार के विश्वास मत हासिल करने से पूर्व उत्तराखंड में राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर पहुंच गई हैं। इस बीच बड़ी खबर यह है कि कांग्रेस के बागी विधायक कुछ देर में देहरादून पहुंचकर विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष उपस्थित होगें। वहीं बागी विधायकों की ओर से उपस्थित अधिवक्ता और एक अन्य को विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों का प्रतिनिधि मानने से इन्कार कर दिया है। आज सांय पांच बजे तक बागी विधायकों को नोटिस का जवाब देना है। वहीं नोटिस की अवधि बढ़ाने को लेकर बागियों की याचिका को कल नैनीताल हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। गौरतलब है कि बागी विधायकों के पास स्पीकर के नोटिस का जवाब देने का आज आखिरी दिन है। इससे पहले विधायकों ने स्पीकर को पत्र लिखकर जवाब देने के लिए 15 दिन का वक्त मांगा था। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने विधायकों को वक्त देने से इनकार कर दिया था।

उत्तराखंड का राजनीतिक संकट

माना जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष के रुख के चलते इन विधायकों को दून की ओर रुख करना पड़ रहा है। अध्यक्ष ने बागी विधायकों को साफ कहा है कि व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपना पक्ष 26 मार्च को प्रस्तुत करें, वरना एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए शाम पांच बजे तक का समय दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ बागी विधायकों की ओर से विधानसभा अध्यक्ष के सामने 26 को उपस्थित होकर अपना जवाब दिया जा सकता है। इन विधायकों की ओर से ऐसे में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर जवाब देने के लिए अधिक समय दिए जाने की मांग भी की जा सकती है।

हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के इस रुख से साफ है कि वे बागी विधायकों को अधिक समय देने के मूड में नहीं हैं। सात दिन का नोटिस इन्हें पहले ही सर्व किया जा चुका है। कांग्रेस के नौ बागी विधायकों के अधिवक्ता राजेश्वर सिंह व पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के ओएसडी दीप डिमरी ने विधानसभा पहुंचकर अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल को अर्जी देकर साक्ष्य के अवलोकन के लिए 18 मार्च की सदन के भीतर और बाहर की वीडियो रिकार्डिंग सौंपने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों के प्रतिनिधियों से विधायकों की ओर से अधिकृत पत्र दिखाने की मांग की, जिसे वे नहीं दिखा पाये। इसलिए अध्यक्ष ने उनकी मांग को खारिज कर दिया।

IANS News

‘हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वूमेन’ को गति देगी योगी सरकार, हर जिले में होगी 7 कर्मियों की भर्ती

Published

on

Loading

लखनऊ। योगी सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में लगातार नए आयाम स्थापित कर रही है। प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वूमेन’ और ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ को एक नई गति दी जा रही है। इन योजनाओं के माध्यम से महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और आर्थिक सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे प्रदेश में सामाजिक और आर्थिक बदलाव की नई राहें खुल रही हैं। योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए प्रदेश भर में जिलास्तर पर निर्धारित 07 कर्मियों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसे आगामी एक महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

‘हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वूमेन’ (HEW) और ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ (PMMVY) जैसी योजनाओं को मजबूती से लागू कर, राज्य सरकार महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अग्रसर है। ‘हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वूमेन’ को लेकर भारत सरकार द्वारा 2022 में जारी नई गाइडलाइन्स को अपनाते हुए योगी सरकार ने सभी जिलों में सेवा केंद्रों का संचालन सुनिश्चित किया है। इन केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। योगी सरकार ने HEW के माध्यम से महिलाओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तर की योजनाओं के बारे में जानकारी देने, उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रक्रिया को और सुदृढ़ किया है। HEW कर्मियों को कौशल विकास, लैंगिक समानता, और घरेलू हिंसा से बचाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

HEW कर्मियों की नियुक्ति में अपनाई जाएगी आउटसोर्सिंग प्रक्रिया

HEW योजना में जिलास्तर पर निर्धारित 07 कर्मियों की भर्ती की जानी है। योगी सरकार ने योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए HEW और PMMVY कर्मियों की नियुक्ति में आउटसोर्सिंग प्रक्रिया अपनाई है। इन कर्मियों की भर्ती में पूर्ववर्ती महिला शक्ति केंद्र योजना तथा प्रधानमंत्री मात्र वन्दन योजना के अंतर्गत कार्य कर चुके कर्मियों को योग्यता व पात्रता के अनुरूप प्राथमिकता प्रदान की जाएगी। यह प्रक्रिया जेम (GEM) पोर्टल के माध्यम से पूरी की जाएगी, जिससे नियुक्तियों में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोका जा सके। इसके साथ ही, कर्मियों को उनके कार्य के लिए मानदेय का भुगतान जिला स्तर पर किया जाएगा।

महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य का रखा जा रहा ध्यान

प्रदेश में महिला और बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से 2017 से 2024 तक ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ (PMMVY) का संचालन किया गया। मार्च 2024 से इस योजना को बाल विकास सेवा और पुष्टाहार विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उनके पोषण और स्वास्थ्य का ध्यान रखना है।

PMMVY के माध्यम से महिलाओं को 5,000 रुपये की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती है। इस योजना से लाखों महिलाओं को लाभ हुआ है, जिससे उनकी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिली है। योगी सरकार ने इस योजना को लागू करने में पारदर्शिता और कुशलता का विशेष ध्यान रखा है, ताकि हर लाभार्थी तक इसका लाभ पहुंचे।

एक महीने के भीतर भर्ती HEW कर्मियों के भर्ती का लक्ष्य

योगी सरकार की प्रतिबद्धता के कारण, इन योजनाओं का कार्यान्वयन बेहद प्रभावी तरीके से किया जा रहा है। विशेष रूप से, महिला शक्ति केंद्र (MSK) योजना के अंतर्गत कार्य कर चुके कर्मियों को प्राथमिकता देकर योजनाओं में निरंतरता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा, वर्तमान वित्तीय वर्ष में, केवल एक महीने के भीतर सेवा प्रदाता एजेंसियों के माध्यम से कर्मियों के चयन की प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।

‘हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वूमेन’ और ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ के माध्यम से योगी सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, और आर्थिक स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने में जुटी है। प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों में इन योजनाओं के साथ-साथ अन्य पहलें भी शामिल हैं, जैसे कौशल विकास केंद्रों की स्थापना, महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना और उन्हें स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना। योगी सरकार का यह प्रयास महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।

Continue Reading

Trending