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प्रादेशिक

सिंहस्थ कुंभ : दूसरा शाही स्नान जारी

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सिंहस्थ कुंभ : दूसरा शाही स्नान जारी

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सिंहस्थ कुंभ : दूसरा शाही स्नान जारी

उज्जैन| मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ का सोमवार को दूसरा शाही स्नान चल रहा है। विभिन्न अखाड़े तय समय पर निर्धारित घाटों पर पहुंचकर स्नान कर रहे हैं। दूसरे शाही स्नान की शुरुआत जूना अखाड़ा के साधु-संतों द्वारा दत्त अखाड़ा घाट पर डुबकी लगाने से हुई। सिंहस्थ के दूसरे शाही स्नान पर हर तरफ श्रद्घालुओं का जनसैलाब उमड़ा हुआ है। परंपरा के मुताबिक, सबसे पहले अखाड़े स्नान करते हैं और उसके बाद ही आमजन को स्नान की अनुमति मिलती है। उसी के तहत विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधि स्नान कर रहे हैं।

दूसरे शाही स्नान पर सोमवार सुबह से ही अखाड़ा क्षेत्रों से निकली साधु-संतों की टोलियां से उज्जैन की हर सड़क पर धर्म और संस्कृति के रंग बिखर गए हैं। हाथ में भाला, पताकाएं लिए चल रहे साधु-संतों की टोलियों द्वारा ‘जय महाकाल’ और ‘हर हर क्षिप्रा’ के जय घोष से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर दोपहर एक बजे तक अखाड़ों का स्नान चलेगा और उसके बाद ही आम लोग स्नान कर सकेंगे।

उज्जैन के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि पहले शाही स्नान और अब दूसरे शाही स्नान में भी सभी 13 अखाड़े स्नान कर रहे हैं। कम ही ऐसे मौके आए हैं, जब सभी 13 अखाड़ों ने स्नान किया हो। दूसरे शाही स्नान में सिंह ने रिकार्ड श्रद्घालुओं के पहुंचने का दावा किया है।

सिंहस्थ का दूसरा शाही स्नान अक्षय तृतीया के दिन होने के कारण बड़ी संख्या में आमजन यहां पहुंचकर क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करना चाहते हैं। यही कारण है कि देश के विभिन्न स्थानों से हजारों श्रद्घालु रविवार रात से ही उज्जैन पहुंचने लगे।

ज्ञात हो कि सिंहस्थ कुंभ की शुरुआत 22 अप्रैल को पहले शाही स्नान से हुई। इस शाही स्नान में हुई कुछ अव्यवस्थाओं के कारण साधु-संतों ने सख्त नाराजगी जताई थी। उसके बाद प्रशासन ने व्यवस्थाओं में सुधार का वादा किया था। उस वादे के मुताबिक ही व्यवस्थाओं मे सुधार किया गया है।

अखाड़ा परिषद के नरेंद्र गिरी ने भी कहा है कि पिछले शाही स्नान की तुलना में इस बार की व्यवस्थाएं बेहतर हैं। साधु-संतों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो रही है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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