Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

असम : बोडो उग्रवादियों के खिलाफ अभियान तेज

Published

on

Loading

गुवाहाटी| असम में सुरक्षाबलों ने बोडो उग्रवादियों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। उग्रवादियों द्वारा जनजाति समुदाय के लोगों के संहार के बाद गुरुवार को वहां पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उनसे किसी भी तरह की वार्ता से इनकार कर दिया था और सुरक्षा बलों को व्यापक अभियान चलाने की स्वीकृति दी थी। एक वरिष्ठ सेना अधिकारी ने कहा कि नेशनल डेमोक्रेटिक फंट्र ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के वार्ता-विरोधी गुट के खिलाफ अभियान के लिए हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों, सोणितपुर जिले के असम-अरुणाचल प्रदेश की सीमा तथा भारत-भूटान की सीमा पर तैनात किया गया है।

सेना प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एस.न्यूटन ने कहा कि क्रिसमस के दो दिन पहले जिन जिलों में बोडो उग्रवादियों ने जनजाति समुदाय के लोगों का संहार किया था, वहां तथा उसके आसपास आतंकवाद-रोधी अभियान तेज कर दिया गया है। अधिकारी ने कहा कि एनडीएफबी तथा अन्य उग्रवादियों के खिलाफ सेना कड़ी कार्रवाई करती रही है, लेकिन कोकराझार सोणितपुर तथा चिरांग जिले में जनसंहार के बाद इसे और तेज कर दिया गया है। अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “आने वाले समय में कार्रवाई और तेज होगी।”

न्यूटन ने कहा, “कुछ इलाकों में सेना हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन ऐसा हमला के लिए नहीं, बल्कि निगरानी के लिए किया जा रहा है।” केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कोकराझार तथा सोणितपुर जिले का दौरा किया तथा कानून व्यवस्था का जायजा लिया। मंत्री ने उग्रवादियों के खिलाफ समयबद्ध रूप से कार्रवाई की बात कही और असम सरकार से कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार हर तरह की मदद करेगी। असम सरकार ने कहा कि 2,500 से ज्यादा लोगों ने शरणार्थी शिविरों में शरण ली है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending