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प्रादेशिक

आप विधायक नरेश यादव को न्यायिक हिरासत में भेजा

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आप विधायक नरेश यादव को न्यायिक हिरासत में भेजा

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आप विधायक नरेश यादव को न्यायिक हिरासत में भेजाचंडीगढ़| पंजाब की एक अदालत ने पिछले माह कुरान के अनादर के एक मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक नरेश यादव को बुधवार को एक अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पंजाब पुलिस ने यादव को रविवार को गिरफ्तार किया था और चंडीगढ़ से 100 किलोमीटर दूर मुस्लिम बहुल शहर मलेर कोटला की एक अदालत में पेश किया था।

अदालत ने सोमवार को यादव को दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा था।

पंजाब पुलिस ने आप विधायक को दिल्ली के महरौली इलाके से उस वक्त गिरफ्तार किया था, जब वह दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर रहे थे। उनकी गिरफ्तारी मलेर कोटला अदालत द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने के बाद हुई थी।

कुरान के अनादर की 24 जून की घटना के संबंध में पुलिस ने नौ जुलाई को उनसे लगातार आठ घंटे तक पूछताछ की थी।

इस मामले में गिरफ्तार एक आरोपी के कथित खुलासे के बाद आप विधायक पर कुरान के अनादर के ‘मुख्य साजिशकर्ता’ के रूप में मामला दर्ज किया गया था।

मामले के मुख्य आरोपी विजय कुमार ने गत सप्ताह एक मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान दर्ज कराते हुए दावा किया कि ऐसा करने के लिए यादव ने उसे एक करोड़ रुपये दिए थे।

संगरूर पुलिस ने कुरान के अनादर के मामले में विजय कुमार, गौरव और नंद किशोर को आरोपी बनाया था और कहा था कि ये लोग दक्षिणपंथी हिन्दू संगठन विश्व हिन्दू परिषद के सदस्य हैं।

वहीं, यादव ने दावा किया कि उनका इस घटना के से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब में अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उन्हें राजनीतिक कारणों से इस मामले में गलत तरीके से फंसाया जा रहा है।

पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले आप सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन और विपक्षी कांग्रेस को कड़ी चुनौती पेश कर रही है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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