Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

समाजसेवा से मिलती है आत्मिक शांति : डॉ. विशाखा

Published

on

जगद्गुरु कृपालु परिषत, डॉ. विशाखा त्रिपाठी, 'इंडियन आइकन अवार्ड', कृपालु जी महाराज

Loading

जगद्गुरु कृपालु परिषत, डॉ. विशाखा त्रिपाठी, 'इंडियन आइकन अवार्ड', कृपालु जी महाराज

visakha tripathi jkp

मुंबई| ‘इंडियन आइकन अवार्ड’ से हाल में ही सम्मानित जगद्गुरु कृपालु परिषत की अध्यक्ष डॉ. विशाखा त्रिपाठी ने कहा कि समाजसेवा एक अलग तरह का संतोष देती है। गरीबों को शिक्षा और चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने में उन्हें आत्मिक शांति मिलती है।

अवार्ड मिलने पर डॉ. विशाखा ने कहा कि गरीब छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने की बात हो या जरूरतमंद गरीबों को चिकित्सा सहायता मुहैया कराना, इन सबसे एक आत्मिक सुकून की प्राप्ति होती है। इसके अलावा और अधिक कार्य करने का हौसला भी मिलता है।

उन्होंने कहा कि जो भी सेवा के कार्य कृपालु जी महाराज ने शुरू किए थे, उनको अनवरत चलाया जाएगा। फिल्म नगरी मुंबई में देश व विदेश से चुने हुए 50 भारतीयों के सम्मान समारोह ‘इंडियन आइकन अवार्ड’ में जगद्गुरु कृपालु परिषत की अध्यक्ष डॉ. विशाखा त्रिपाठी को शुक्रवार को सम्मानित किया गया।

समारोह में मुख्य रूप से उप्र सरकार के काबीना मंत्री ओमप्रकाश सिंह, ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन एम.एस. बिट्टा सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। डॉ. विशाखा त्रिपाठी की ओर से परिषत के सचिव राम पुरी ने अवार्ड प्राप्त किया।

परिषत के सचिव राम पुरी ने कहा कि उप्र के एक पिछड़े क्षेत्र में समाजसेवा की जो अलख श्रीकृपालु जी महाराज ने जलाई थी, वह आज उनकी पुत्री डॉ. विशाखा त्रिपाठी के नेतृत्व में पुष्पित व पल्लवित हो रही है।

उन्होंने कहा, “इस सम्मान ने परिषत से जुड़े सभी लोगों की हौसलाअफजाई हुई है। हम लोग अब दूने उत्साह से इन सेवा कार्यो को आगे बढ़ाएंगे।” इंडियन आइकन अवार्ड से उन शख्सियतों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने कार्यो से समाज व आम जनमानस पर अलग छाप छोड़ी है एवं आने वाली व वर्तमान पीढ़ी पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। ऐसे लोग जो व्यक्तिगत व पारिवारिक जिम्मेदारियों से ऊपर उठकर अपना मूल्यवान समय समाज व देशहित में अर्पित करते हैं।

मुख्य समाचार

बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

Published

on

Loading

नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

Continue Reading

Trending