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प्रादेशिक

शिवपाल ने इलाहाबाद में की बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा

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शिवपाल सिंह यादव, बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा, ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय

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शिवपाल सिंह यादव, बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा, ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय

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बाढ़ कार्य में लापरवाही पर शिवपाल अधिकारियों को दी कड़ी चेतावनी

लखनऊ। लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव आज इलाहाबाद में बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा सर्किट हाउस में किये। समीक्षा के पूर्व शिवपाल ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रशासन द्वारा स्थापित बाढ़ राहत शिविर में जाकर वहां बाढ़ प्रभावित लोगों से मिले और दी जा रही व्यवस्थाओं तथा खाद्य सामग्री की जानकारी लिये, लोगों ने बताया कि प्रशासन द्वारा यहां पर्याप्त रूप से खाने पीने व रहने की व्यवस्थाएं मुहैया करायी जा रही हैं। यहीं पर सिविल डिफेन्स के चीफवार्डेन अनिल अग्रवाल तथा उनकी टीम को बाढ़ राहत कार्य में लगातार प्रशासन का सहयोग देने हेतु प्रशंसा किया।

तदोपरान्त सर्किट हाउस में शिवपाल सिंह यादव बाढ़ राहत कार्य से जुड़े अधिकारियेां के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि राहत कार्यों में लगे विभागों के अधिकारियों की लापरवाही पायी गई तो उसके खिलाफ अनुशासानात्मक कार्यवाही की जायेगी।

जनपद के सभी जन प्रतिनिधियों तथा विधायकगण द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आलोक वर्मा की शिकायत की गयी कि वह फोन से बात नहीं करते हैं और कार्यों में लापरवाही भी करते हैं। इस पर मंत्री नाराज हुए और जिलाधिकारी संजय कुमार से कहा कि अगर सीएमओ मनमानी करें तो उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही करते हुए तत्काल कार्यमुक्त कर दें।

शिवपाल बाढ़ के कम होने पर संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका के मद्देनजर नगर आयुक्त को उन क्षेत्रों में चूना, ब्लीचिंग पाउडर तथा फागिंग का कार्य तत्काल प्रारम्भ कराने का निर्देश दिया। मुख्य चिकित्साधिकारी को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में चिकित्सकों की टीम लगाकर निःशुल्क दवाओं के वितरण कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आवश्यक हो तो बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में कैम्प लगाकर दवाओं का वितरण करें। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पशुओं का टीकाकरण करने तथा उनके बीमारियेां का इलाज करने का निर्देश दिया तथा इसके साथ ही बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में पशुओं हेतु चारा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

शिवपाल ने कहा कि यह दैवीय आपदा है इसमें सभी को मिलकर कार्य करना है। अगर बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लेखपाल कार्य न करें तो उनका बस्ता रखवाकर कानूनगो को चार्ज दे दिया जाये। मंत्री ने कहा कि सरकार इलाहाबाद में बाढ़ राहत के कार्यों के लिये धन की कोई कमी नही आने देगी। शिवपाल ने जिलापूर्ति अधिकारी को मिट्टी के तेल व गुणवत्तापूर्ण राशन की कोई कमी प्रभावित क्षेत्रों में न होंने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि राहत कार्य में लापरवाही की शिकायत आने पर तत्काल कार्यवाही होगी। मंत्री जी ने कहा कि अधिकारियों के साथ ही विधायक एवं जन प्रतिनिधिगण क्षेत्रों मे जाकर बाढ़ प्रभावित लोगों के लिये कार्य करें।

मंत्री ने अधिकारियेां से कहा कि डूब क्षेत्र में मकान न बने न ही कहीं सरकारी जमीनों पर कब्जा हो। जहां सरकारी जमीनों पर कब्जा हो तत्काल उसे मुक्त कराएं। उन्होंने कहा कि अगर जनपद में कोई अधिकारी कार्य नही करेगा तो उनके खिलाफ कार्यवाही होगी। कमिश्नर से मण्डल में जहां कहीं भी बाढ़ से परेशानी हो वहां तत्काल राहत सामग्री तथा राहत की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में विधायक गामा पाण्डेय, विजमा यादव, डा. अजय कुमार, परवेज आलम, जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह सहित अन्य जन प्रतिनिधि सहित कमिश्नर राजन शुक्ला, जिलाधिकारी संजय कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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