Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

गरीब बच्चों की शिक्षा हेतु ‘पनाश’ ने आयोजित किया फैशन एक्सपो

Published

on

पनाश 2016, अनीता सिंघल, पंखुड़ी गिडवानी, फैशन एक्सोपो, राउंड टेबल इंडिया

Loading

पनाश 2016, अनीता सिंघल, पंखुड़ी गिडवानी, फैशन एक्सोपो, राउंड टेबल इंडिया

Smt Anita Singhal and Pankhuri Gidwani

अनीता सिंघल एवं पंखुड़ी गिडवानी ने किया पनाश 2016 का उद्घाटन

लखनऊ।  पनाश 2016 द्वारा आयोजित फैशन एक्‍सपो का शानदार आगाज आज राजधानी के पंचसितारा होटल ताज में हुआ। जिसका उद्घाटन यूपी – समाज कल्याण संगठन आकांक्षा की चेयरपर्सन श्रीमती अनीता सिंघल ने‍ किया जबकि कार्यक्रम की गेस्‍ट आफ आनर फेमिना मिस इंडिया ग्रांड 2016 – पंखुड़ी गिडवानी रहीं। एक्‍सपो के उद्घाटन के बाद राउंड टेबल इंडिया (आरटीआई) की ओर से एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।

पनाश 2016 में मौजूद हैं देश के 60 से अधिक राष्ट्रीय स्तर के डिजाइनर

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं अनीता सिंघल ने साधनहीन बच्चों की प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में शानदार कार्य करने के लिये राउंड टेबल इंडिया एवं लेडीज सर्कल इंडिया की सराहना की। श्रीमती सिंघल ने कहा कि पनाश 2016 द्वारा बच्‍चों की शिक्षा जैसे महत्‍वपूर्ण सामाजिक कार्य के लिए लगाया गया यह एक्‍सपो वाकई सराहनीय कार्य है। उन्‍होंने यह सुझाव भी दिया कि प्रदेश सरकार द्वारा बनवाए गए हस्‍तशिलप ग्राम में भी पनाश अपना एक्‍सपो लगाए एवं मध्‍यम व कम आयवर्ग वाले लोगों के लिए भी वस्‍तुओं का निर्माण करे जिससे आम जनता ऐसे महत्‍वपूण सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दे सके।

एक्‍सपो से प्राप्त आय को गरीब बच्चों के लिए बन रहे विद्यालय भवन पर खर्च किया जाएगा

इस अवसर पर गेस्‍ट आफ ऑनर पंखुड़ी गिडवानी ने कहा कि फैशन एक्‍सपो या शो का आमतौर पर ग्‍लैमर से जोड़कर देखा जाता है लेकिन इन सबका एक दूसरा पहलू समाजसेवा या देशसेवा भी होता है। पंखुड़ी ने जानकारी दी कि फेमिना मिस इंटरनेशनल ग्रांड का सोशल पहलू स्‍टॉप द वॉर है जिसमें सभी देशों को इस बात के लिए जागरूक किया जाएगा कि युद्ध से बचना कितना जरूरी है और दुनिया के किसी भी कोने में होने वाले वॉर को रोकना कितना जरूरी व जायज है।

पनाश देश का ऐसा फैशन एक्सपो है जिसकी पूरी आमदनी चैरिटी में दे दी जाती है

आरटीआई की  फ्रीडम थ्रू एजूकेशन पहल के बारे में:

स्वतंत्रता प्राप्ति के 67 वर्षों बाद भी भारत में लाखों बच्चे कभी स्कूल नहीं जा पाते हैं। ऐसे निर्धन बच्चों की मदद के लिये आरटीआई ने वर्ष 1996 में पूरे देश में अच्छे विद्यालयों के निर्माण हेतु अनेक परियोजनाओं को हाथ में लेना शुरू किया। गरीब बच्चों की शिक्षा के लिये, वर्ष 1998 में आरटीआई ने राष्ट्रीय स्तर पर  फ्रीडम थ्रू एजूकेशन (एफटीई) की नींव रखी। आरटीआई का फोकस भवन निर्माण पर है, ताकि शिक्षा का कार्य लंबे समय तक चले। इसके तहत देश भर में एफटीई स्कूल ब्लॉक तैयार किये जा रहे हैं।

एफटीई कार्यक्रम के तहत ऐसे जरूरतमंद विद्यालयों की खोज की जाती है जो खराब हालत में हैं अथवा खुले में चल रहे हैं। ऐसे विद्यालय जिनके पास जमीन तो है, परंतु भवन निर्माण की क्षमता नहीं है। आरटीआई संपूर्ण जरूरी सुविधाओं के साथ इनके स्कूल ब्लॉक का  निर्माण कराती है और तैयार करके विद्यालय प्रबंधन को सौंप देती है। लखनऊ में निर्धन बच्चों के लिये ऐसे एक विद्यालय परिसर का निर्माण लखनऊ -कानपुर राजमार्ग पर स्थित जनपद उन्नाव के आशा खेड़ा गांव में किया जा रहा है।

पनाश के बारे में :

छह वर्ष की अवधि में पनाश लखनऊ वासियों के लिये एक जाना माना नाम हो गया है। फैशन एवं लाइफस्टायल की इस उच्च स्तरीय वार्षिक प्रदर्शनी में देश भर से लाये गये फैशन, लाइफस्टायल एवं घरेलू सजावट के विविध उत्पादों का प्रदर्शन किया जाता है। लखनऊ की अग्रणी फैशन प्रदर्शनी होने के अलावा यह देश का एकमात्र ऐसा फैशन एक्सपो भी है जो पूर्णतः चैरिटी के लिए है। पनाश सामाज सेवा के साथ अच्छे व्यापार को बढ़ावा देता है। संक्षेप में कहें तो पनाश एक ऐसा मंच है जहां निजी संस्थान एवं व्यक्ति एकत्रित हो कर समाज सेवा में अपना योगदान देते हैं।

लखनऊ में फैशन की ललक है। शहर के माल्स और बाजारों में मौजूद बड़े ब्रांड, डिजाइनर बुटीक एवं उच्च स्तरीय फैशन लेबल्स को देखकर इसकी पुष्टि हो जाती है। लखनऊ के फैशन प्रेमियों की मांग पूरी करने के लिए समय समय पर शहर में नियमित तौर पर अनेक लाइफस्टायल एक्सपो लगते रहते हैं। सावन और त्योहारों की शुरुआत होने के साथ ही यहां के स्त्री-पुरुष  इस तरह की प्रदर्शनियों की घोषणा का बेसब्री से इंतजार करते पाये जाते हैं।

पनाश एक बड़ा और उच्च स्तरीय लाइफस्टायल एक्सपो है जो पिछले छह वर्षों से डिजाइन की दुनिया के बड़े नामों को लखनऊ की ओर आकर्षित करता आया है। हम यहां सिर्फ कपड़ों की बात नहीं कर रहे, बल्कि यहां वेस्टर्न एवं एथनिक फैशन, लाइफस्टायल उत्पाद, घरेलू सजावट, बच्चों के वस्त्र और देश भर से आयी एक्सेसरीज भी मिलती हैं। इतनी खास चीजें कि पनाश के वफादार पूरे साल इस प्रदर्शनी का इंतजार करते हैं। फैशन के प्रति सजग,  दो बच्चों की मां ज्योति बताती हैं कि  ष्मेरे शॅापिंग कलेंडर में पनाश की खास अहमियत है। वहां अनूठी विविधता वाली चीजें मिल जाती हैं। पिछले साल मैंने जो शूज और बैग खरीदे, उनकी आज भी तारीफ होती है। मेरे लंदन वाले रिश्तेदार भी हैरान रह गये कि लखनऊ में इतनी स्पेशल वस्तुएं भी मिल जाती हैं। तब मैंने उन्हें बताया कि पनाश से खरीदारी का यही फायदा है।

होटल विवान्ता बाइ ताज में शनिवार को शुरू हुए पनाश एक्सपो में इस बार देश के  60 से अधिक प्रमुख डिजाइनरों और बुटीक्स ने शिरकत की है। इनमें निकेत मिश्रा, सुनीता नागी, अन्सुरी, स्टूडियो एक्सएलएनसी, आइना, सुगंधा सेठ जैसे राष्ट्रीय ख्याति के डिजाइनर शामिल हो रहे हैं। एक्सपो में सभी के मतलब की चीजें मौजूद हैं।

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending