Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

जाकिर ने राजीव फाउंडेशन को चंदे के रूप में दी रिश्वत : भाजपा

Published

on

Loading

ravi-shankar-prasadनई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को आरोप लगाया कि जाकिर नाईक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन को 50 लाख रुपये का चंदा फाउंडेशन की अवैध गतिविधियों को छिपाने के लिए रिश्वत के तौर पर दी गई थी।

भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, कांग्रेस अब कह रही है कि उसने पैसे लौटा दिए थे, जबकि आईआरएफ ने कहा कि उसे पैसा मिले ही नहीं। मेरा सवाल है कि जब सुरक्षा एजेंसियों ने जाकिर नाईक के पीस टेलीविजन के बारे में नकारात्मक रपट दी थी, फिर साल 2012 में कांग्रेस ने खुद पैसे क्यों नहीं वापस किए।

उन्होंने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी थीं और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, तत्कालीन केंद्रीय वित्तमंत्री पी.चिदंबरम, राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी वढेरा इसके सदस्य थे। चार अक्टूबर, 2012 को तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने संसद में कहा था कि सुरक्षा एजेंसियों ने अवैध 24 विदेशी चैनलों की पहचान की है, जिन पर परोसी जा रही सामग्री आपत्तिजनक है और यह सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक साबित हो सकता है।

प्रसाद ने कहा, नाईक का पीस टेलीविजन भी उसमें शामिल था। कांग्रेस ने साल 2012 में खुद उसके पैसे क्यों नहीं लौैटाए? उन्होंने यह भी जानने की मांग की कि क्या राजीव गांधी फाउंडेशन विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम (एफसीआरए) के तहत विदेशी रकम लेने के लिए विधिवत पंजीकृत है।

मंत्री ने कहा कि आईआरएफ को किसी अन्य गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) को फंड देने से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी लेनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, हमें इस बात पर क्यों चिंता नहीं जतानी चाहिए कि आईआरएफ द्वारा दी गई 50 लाख रुपये की भारी रकम देश विरोधी गतिविधियों व अवैध गतिविधियों को छिपाने के लिए थी।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

Continue Reading

Trending