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प्रादेशिक

अपना दल चार नवम्बर को मिर्जापुर में करेगा महारैली, शुरू होगा नया अभियान

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Pallavi patelलखनऊ। लोकसभा चुनाव में संसद तक पहुंची अपना दल (अद) ने उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी संभावनाएं तलाशनी शुरू कर दी है। इसके लिए ‘अद’ दो चरणों में ‘बूथ जीतो, सीट जीतो’ अभियान चलाएगा।

छह दिवसीय पहला चरण 22 अक्टूबर से शुरू होगा। इसी तरह 11 नवंबर से शुरू नौ दिनों का दूसरा चरण 20 नवंबर तक चलेगा। इससे पहले 4 नवंबर को मिर्जापुर में महारैली की जाएगी। शुक्रवार को लखनऊ में हुई बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने कहा, दल के स्थापना दिवस (4 नवंबर) को मिर्जापुर में महारैली की जाएगी। यह रैली राजनैतिक मायने से लाभप्रद होगी और ‘अद’ को सत्ता तक पहुंचाने का काम करेगी। वहीं संगठन प्रभारी ‘बूथ जीतो, सीट जीतो’ अभियान की समीक्षा करेंगे।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल ने भारतीय सेना द्वारा की गई ‘सर्जिकल स्ट्राइक ’ पर भाजपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, भाजपा को यह समझना होगा कि वह भारतीय सेना नहीं, सिर्फ एक राजनैतिक पार्टी है। भाजपा को सर्जिकल स्ट्राइक पर सियासत नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, सर्जिकल स्ट्राइल को लेकर प्रश्न भाजपा की कार्यशैली पर है, भारतीय सेना पर नहीं।

पल्लवी ने कहा, भाजपा, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के बयानों को तोड़-मरोड़ पेश कर राजनैतिक लाभ उठाने का प्रयास कर रही है, जो निंदनीय है। भाजपा ओछी राजनीति पर उतर आई है। केंद्र सरकार को पाकिस्तान के भारत विरोधी मिथ्या प्रचार को सख्ती से रोकने और विदेश नीति को और पुख्ता करना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष छोटेलाल मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था धराशायी हो गई है, जबकि यूपी के मुख्यमंत्री पारिवारिक उलझन में उलझे हुए हैं। राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद्र मौर्य ने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने घोषणापत्र में शिक्षा का राष्ट्रीयकरण करने की बात कही थी, लेकिन अभी तक उसकी कोई चर्चा तक नहीं की जा रही है। जब तक इस देश में समान शिक्षा लागू नहीं की जाती, तब तक गरीब मजदूरों के बच्चों का विकास संभव नहीं है।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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