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उत्तराखंड

हरीश रावत को करना पड़ा जनप्रतिनिधियों के आक्रोश का सामना

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टिहरी विधानसभा, मुख्यमंत्री हरीश रावत, जनप्रतिनिधियों का आक्रोश, सुरकंडा देवी रोपवे का शिलान्यास

harish rawat in tihari

नई टिहरी। टिहरी विधानसभा के सुरकंडा देवी रोपवे के शिलान्यास के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत को क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का आक्रोश झेलना पड़ा। जनप्रतिनिधियों ने हरीश रावत का घेराव कर पर्यटन मंत्री दिनेश धनै के खिलाफ नारेबाजी की।

उन्होंने आरोप लगाया कि टिहरी विधानसभा क्षेत्र की घोषणाएं धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र में की जा रही हैं। घेराव के चलते सीएम किसी तरह अपने वाहन तक पहुंच सके। सुरकंडा देवी रोपवे के शिलान्यास के दौरान टिहरी विधानसभा क्षेत्र की कुछ घोषणाएं की।  इस पर सकलाना क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भड़क गए।

उन्होंने सीएम हरीश रावत  से आनंद चौक और बनाली पंपिंग योजना की घोषणा करने की भी मांग की। इस पर सीएम ने वर्ष 2016-17 के बजट से इन योजनाओं को मंजूरी देने की घोषणा की, लेकिन लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ। उन्होंने हरीश रावत पर कोरी घोषणाएं करने का आरोप लगाया। साथ ही पर्यटन मंत्री दिनेश धनै के खिलाफ नारेबाजी की।

उन्होंने बुधवार को ठांगधार में होने वाले सुरकंडा देवी पंपिंग योजना के शिलान्यास का विरोध किया। जिला पंचायत की पूर्व उपाध्यक्ष मीरा सकलानी ने कहा कि योजना का काम तब तक शुरू नहीं होने दिया जाएगा जब तक आनंद चौक और बनाली पंपिंग को मंजूरी नहीं मिलती।

इससे पूर्व ब्लॉक प्रमुख कुंवर सिंह पंवार पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह रावत पर भड़के। कहा कि कार्यक्रम सकलाना क्षेत्र में हो रहा है, लेकिन क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया।

सीएम ने किया सुरकंडा देवी के लिए रोपवे का शिलान्यास

सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी में रोपवे का काम शुरू हो गया है। सोमवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सुरकंडा देवी रोपवे का शिलान्यास कर दिया। यह रोपवे डेढ़ साल में तैयार होगा। रोपवे बनने के बाद श्रद्धालुओं को सुरकंडा देवी के दर्शन के लिए दो किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी होगी।

साथ ही वह कद्दूखाल से मात्र दस मिनट में सुरकंडा देवी मंदिर पहुंच जाएंगे। सरकार ने वर्ष 2011 में यहां के लिए रोपवे को मंजूरी दी, लेकिन वन भूमि की बाधा के चलते अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया था। शिलान्यास के मौके पर पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, कांग्रेस जिलाध्यक्ष टिहरी शांति प्रसाद भट्ट, पालिकाध्यक्ष मसूरी मनमोहन मल्ल, कुंवर सिंह पंवार, महावीर चौहान, कैशाल, कप्तान सिंह, ताज नारायण आदि मौजूद रहे।

सकलानी के नाम से खुलेगा डिग्री कॉलेज

सीएम हरीश रावत ने कहा कि सरकार प्रदेश में तीर्थाटन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश का हर पर्यटन स्थल पर्यटकों से गुलजार है। सीएम ने सकलाना में क्रांतिकारी स्व. नागेंद्र सकलानी के नाम से डिग्री कॉलेज खोलने, कद्दूखाल-कुमाल्टा सड़क के चौड़ीकरण के साथ ही राइंका छापराधार के भवन निर्माण के लिए 15 लाख रुपये देने की घोषणा की।

उत्तराखंड

केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनता का किया धन्यवाद

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देहरादून: केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत से साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जनता का विश्वास बढ़ता जा रहा है। ब्रांड मोदी के साथ साथ ब्रांड धामी तेजी से लोगों के दिलों में जगह बना रहे हैं। इस उपचुनाव में विरोधियों ने मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ कुप्रचार करके निगेटिव नेरेटिव क्रिएट किया और पूरे चुनाव को धाम बनाम धामी बना दिया। कांग्रेस के शीर्ष नेता और तमाम विरोधी एकजुट होकर मुख्यमंत्री पर हमलावर रहे। बावजूद इसके धामी सरकार की उपलब्धियों और चुनावी कौशल से विपक्ष के मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। धामी के कामकाज पर जनता ने दिल खोलकर मुहर लगाई।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल नाम भर नहीं है, बल्कि एक ब्रांड हैं। मोदी के हर क्रियाकलाप का प्रभाव जनता के बड़े हिस्से को प्रभावित करता है इसलिए पिछले दो दशकों से वह देश के सबसे भरोसेमंद ब्रांड बने हुए हैं। ब्रांड मोदी की बदौलत केन्द्र ही नहीं राज्यों में भी भाजपा चुनाव जीतती चली आ रही है। उनके साथ ही राज्यों में भी भजपा के कुछ नेता हैं जो एक ब्रांड के रूप में अपनी पार्टी के लिए फयादेमंद साबित हो रहे हैं। तेजी से उभर रहे ऐसे नेताओं में से एक हैं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। सादगी, सरल स्वभाव, संवेदनशीलता और सख्त निर्णय लेने की क्षमता, ये वो तमाम गुण हैं जिनकी बदौलत पुष्कर सिंह धामी लोकप्रिय बनते जा रहे हैं। धामी ने उत्तराखण्ड में अपने कम समय के कार्यकाल में कई बड़े और कड़े फैसले लिए, जिससे देशभर में उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ। खासकर यूसीसी, नकलरोधी कानून, लैंड जिहाद, दंगारोधी कानून, महिला आरक्षण आदि निर्णयों से वह देश में नजीर पेश की चुके हैं। उनकी लोकप्रियता का दायरा उत्तराखण्ड तक ही सीमित नहीं है वह पूरे देश में उनकी छवि एक ‘डायनेमिक लीडर’ की बन चुकी है।

 

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