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प्रादेशिक

यूपी के पहले पूर्ण एसी आधुनिक बस स्टेशन का लोकार्पण

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Qaiserbagh bus stand lucknowलखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को आधुनिक बस स्टेशन कैसरबाग का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने पांच-पांच लोहिया ग्रामीण एवं साधारण बसों को रवाना किया। नवनिर्मित आधुनिक बस स्टेशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने हवाईअड्डों की तर्ज पर परिवहन निगम के बस अड्डों को विकसित करने की शुरुआत कर दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा, लोहिया ग्रामीण परिवहन सेवा, ग्रामीण क्षेत्रों और विशेष रूप से किसानों को राहत पहुंचाने के लिए चलाई जा रही है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा हर साल 54 करोड़ से अधिक यात्रियों को बस यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। मंगलवार को लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किए गए कैसरबाग मॉडर्न बस स्टेशन को लोकार्पित किया गया है।

उन्होंने कहा, यह प्रदेश का पहला बस स्टेशन है, जो पूरी तरह से वातानुकूलित है। बस स्टेशन में दिव्यांगों के प्रवेश के लिए अलग से मार्ग बनाए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए 32 सीसीटीवी कैमरे, आधुनिक रेस्त्रां, शौचालय, आधुनिक वेटिंग रूम आदि की व्यवस्था की गई है। साथ ही, बस स्टेशन की बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए 40 किलोवॉट बिजली उत्पादन क्षमता का सोलर पावर प्लांट भी लगाया गया है।

अखिलेश ने कहा, ग्रामीण यात्रियों को शिक्षा, कारोबार एवं रोजगार के अवसरों से जोडऩे के लिए, तहसील, जनपद एवं मंडलीय मुख्यालयों से ग्रामीण अंचलों को जोड़ते हुए यह सेवा संचालित की जा रही है। इस परिवहन सेवा का किराया साधारण किराए से 25 फीसदी कम रखा गया है। इस परिवहन सेवा के तहत बड़ी संख्या में बसों का संचालन किया जा रहा है। इनकी बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने लोहिया ग्रामीण बसों की खरीद के लिए इस साल 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।

परिवहन निगम द्वारा बस यात्रियों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बस स्टेशनों पर स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए वॉटर एटीएम मशीन लगाने का काम भी किया जा रहा है। पूछताछ के लिए आधुनिक स्वचालित आईटीएमएस योजना लागू की गई है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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