लाइफ स्टाइल
कैलिफोर्निया में क्रिसमस की छुट्टियों का यूं ले भरपूर आनंद
नई दिल्ली | गुनगुनी धूप बिखेरते समुद्र तटों और बर्फीली पहाड़ियों से घिरे अमेरिका के सबसे घनी आबादी वाले शहर कैलिफोर्निया में क्रिसमस की छुट्टियों का आप भरपूर आनंद ले सकते हैं। यहां छुट्टियां बिताने के लिए आपके पास ढेरों आकर्षण हैं। खासतौर पर यहां के ऐतिहासिक कस्बे में आप पुरानी बग्घी की सवारी, अल्पाइन रिसॉट में कराओके समारोह और कई अन्य चीजों का लुफ्त उठा सकते हैं।
इस शहर के मुख्य आकर्षणों में से एक है मेंडोसिनो गांव (नॉर्थ कोस्ट)। अगर आपको अपनी छुट्टियां शोर-शराबे से अलग शांति में बितानी है, तो इससे बेहतर जगह आपके लिए और कुछ नहीं हो सकती। इस पूरे गांव की हर एक दुकान और रेस्तरां में आपके लिए कुछ अलग और अनूठी चीज होगी। यहां की झिलमिलाती ऐतिहासिक इमारतें स्थानीय शिल्पों और कला के खजाने से भरी हुई है। यहां ‘मेंडोसिनो कोस्ट बॉटेनिकल गाड्र्न्स’ में ‘फेस्टिवल ऑफ लाइट्स’ के दौरान जिंदगी झूम उठती है। इस गांव के फोर्ट ब्रैग में मुख्य आकर्षण का केंद्र है गरमा-गरम कोकोआ और घुमक्कड़ संगीत।
चार्ल्स डिकेन्स के उपन्यास के दृश्य जैसा नजर आने वाला कैलीफोर्निया का नेवादा शहर आपको इतिहास से रूबरू करवाता है। ‘चैम्बर ऑफ कॉमर्स’ की कार्यकारी निदेशक कैथी व्हीटलसे का कहना है कि गैस लैम्प्स से रोशन और आसमान को छूते पाइन के दरख्तों के किनारे-किनारे शहर की संकरी पहाड़ीनुमा सड़के आपको वक्त से परे लेकर जाती हैं।
प्राचीन दौर की पोशाकों में सजे धजे कैरोल गायकों, ब्रास बैंड्स और बैगपाइप कलाकारों से इस कस्बे की रौनक पर चार चांद लग जाते हैं। यहां ‘दि क्रिसमस कार्ड’ फिल्म की शुटिंग हुई थी। सफेद रोशनी से जगमगाती ऐतिहासिक इमारतों के बीच से बग्घी की सवारी का आनंद लेते हुए भुने हुए शाहबलूत (छोटे अखरोट) चबाने का अपना अलग ही मजा है। इसका एक और आकर्षण का केंद्र है ग्रास वैली, जो कॉर्निश क्रिसमस सेलिब्रेशन के जरिए याद किया जाता है।
कैलिफोर्निया की मैमथ झील को देखे बिना आपकी छुट्टियां पूरी नहीं हो सकती। विशाल पर्वतों पर विश्व स्तरीय स्कीइंग और स्नोबोर्डिग के लिए ढलानों को देखना अपने आप में एक रोमांच है। मैमथ के गांव में बच्चे सांता क्लॉस को देख सकते हैं और आप कराओके ईवेंट के दौरान मजे से क्रिसमस मंगल गीत (क्लासिक कीरोल्स) गा सकते हैं। इस गांव में रोशनी की रात में कैनियन लॉज द्वारा की जाने वाली वार्षिक आतिशबाजी और मशाल-रोशनी की परेड जैसा नजारा आपको और कहीं देखने को नहीं मिलेगा।
सोल्वांग के वार्षिक सोल्वांग जुलफेस्ट के माध्यम से प्रचीन वैश्विक परंपराएं आज के सांता बारबरा वाइन कंट्री में देखने को मिलतीं हैं। जुलफेस्ट परेड के लिए प्रामाणिक डेनिश शैली की इमारतों और पवन चक्कियों की पृष्ठभूमि के साथ सजे-धजे कैरोलर्स, बैंड और घुड़सवार इस कस्बे की गलियों में निकलते हैं। आप इस दो दिवसीय ‘जुलफेस्ट वाइन और बीयर वाक’ के दौरान स्थानीय विविधाओं के नमूने देख सकते हैं और अपने उपहार की खरीदारी भी कर सकते हैं।
यदि पेरिस रोशनी का शहर है, तो कैलिफोर्निया का फ्रेस्नो क्रिसमस रोशनी का शहर है। क्रिसमस ट्री लेन के रूप में पहचाने जाने वाला वेन नेस बुलेवार्ड की क्रिसमस पर सजावट शानदार होती है। दिसंबर के महीने में पड़ोस के फिग गार्डन में 300 क्रिसमस ट्री और सलीके से सजाए गए 140 घरों से लाखों बल्बों की रोशनी चमकने लगती है। वहां का माहौल सैनिकों और देवदूतों/परियों तथा काल्पनिक बौने व हिरन के डिजाइन के खिलौनों तथा सभी प्रकार के एनिमेटेड दृश्य व संगीत से खुशनुमा रहता है।
इन सभी के अलावा आप कैलिफोर्निया में ‘टिफनी एंड कंपनी’ और ‘नेमैन मार्क्स’ जैसे बड़े स्टोर देख सकते हैं, तो सैन फ्रांसिस्को के ऐतिहासिक यूनियन स्क्वायर में झिलमिलाते क्रिसमस ट्री के नीचे बर्फ स्केट भी कर सकते हैं। दिसम्बर में यहां सैन डिएगो बे परेड ऑफ लाइट्स की तैयारियां पूरे जोरों-शोरों पर होती है और अगर आप 40 लाख से अधिक लाइटों को सजे देखना चाहते हैं, तो रिवरसाइड के इनलैंड एम्पायर को देखने के लिए मिशन इन होटल एंड स्पा में आएं।
लाइफ स्टाइल
साइलेंट किलर है हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी, इन लक्षणों से होती है पहचान
नई दिल्ली। हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी एक ऐसी समस्या है, जो धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है इसीलिए इसे एक साइलेंट किलर कहा जाता है। ये बीमारी शरीर पर कुछ संकेत देती है, जिसे अगर नजरअंदाज किया गया, तो स्थिति हाथ से निकल भी सकती है।
हालांकि, पिछले कुछ सालों में कोलेस्ट्रॉल को लेकर लोगों के बीच जागरुकता बढ़ी है और सावधानियां भी बरती जाने लगी हैं। ऐसा नहीं है कि कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए पूरी तरह से नुकसानदायक है। अगर यह सही मात्रा में हो, तो शरीर को फंक्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। चलिए जानते हैं इसी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाए तो क्या होगा?
जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 200 mg/dL से अधिक हो जाती है, तो इसे हाई कोलेस्ट्रॉल की श्रेणी में गिना जाता है और डॉक्टर इसे कंट्रोल करने के लिए डाइट से लेकर जीवन शैली तक में कई बदलाव करने की सलाह देते हैं। अगर लंबे समय तक खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बनी रहे, तो यह हार्ट डिजीज और हार्ट स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल को “साइलेंट किलर” क्यों कहते हैं?
हाई कोलेस्ट्रॉल को साइलेंट किलर इसलिए कहते हैं क्योंकि व्यक्ति के स्वास्थ्य पर इसका काफी खतरनाक असर पड़ता है, जिसकी पहचान काफी देर से होती है। इसके शुरुआती लक्षण बहुत छोटे और हल्के होते हैं, जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर जाते हैं और यहीं से यह बढ़ना शुरू हो जाते हैं। आखिर में इसकी पहचान तब होती है जब शरीर में इसके उलटे परिणाम नजर आने लगते हैं या फिर कोई डैमेज होने लगता है।
शरीर पर दिखने वाले कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों को कैसे पहचानें?
हाई कोलेस्ट्रॉल के दौरान पैरों में कुछ महत्वपूर्ण लक्षण नजर आने लगते हैं, जिसे क्लाउडिकेशन कहते हैं। इस दौरान पैरों की मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और थकान महसूस होता है। ऐसा अक्सर कुछ दूर चलने के बाद होता है और आराम करने के साथ ही ठीक हो जाता है।
क्लाउडिकेशन का दर्द ज्यादातर पिंडिलियों, जांघों, कूल्हे और पैरों में महसूस होता है। वहीं समय के साथ यह दर्द गंभीर होता चला जाता है। इसके अलावा पैरों का ठंडा पड़ना भी इसके लक्षणों में से एक है।
गर्मी के मौसम में जब तापमान काफी ज्यादा हो, ऐसे समय में ठंड लगना एक संकेत है कि व्यक्ति पेरिफेरल आर्टरी डिजीज से जूझ रहा है। ऐसा भी हो सकता है कि यह स्थिति शुरुआत में परेशान न करे, लेकिन अगर लंबे समय तक यह स्थिती बनी रहती है तो इलाज में देरी न करें और समय रहते डॉक्टर से इसकी जांच करवाएं।
हाई कोलेस्ट्रॉल के अन्य लक्षणों में से एक पैरों की त्वचा के रंग और बनावट में बदलाव आना भी शामिल है। इस दौरान ब्लड वेसेल्स में प्लाक जमा होने लगते हैं, जिसके कारण ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है।
ऐसे में जब शरीर के कुछ हिस्सों में कम मात्रा में खून का दौड़ा होता है, तो वहां कि त्वचा की रंगत और बनावट के अलावा शरीर के उस हिस्से का फंक्शन भी प्रभावित होता है।
इसलिए, अगर आपको अपने पैरों की त्वचा के रंग और बनावट में बिना कारण कोई बदलाव नजर आए, तो हाई कोलेस्ट्रॉल इसका कारण हो सकता है।
डिस्क्लेमर: उक्त लेख सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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