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प्रादेशिक

मोहम्मद रफी के नाम पर 2 जगहों का नामकरण

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गायक मोहम्मद रफी, भारतीय जनता पार्टी, अध्यक्ष आशीष शेलार, गायक सोनू निगम, मलयालम फिल्मकार रफी

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गायक मोहम्मद रफी, भारतीय जनता पार्टी, अध्यक्ष आशीष शेलार, गायक सोनू निगम, मलयालम फिल्मकार रफी

मुंबई | दिग्गज गायक मोहम्मद रफी की 92वीं जयंती के अवसर पर शनिवार को उनके नाम से दो स्मारक स्थल जुड़ जाएंगे। यह दोनों ही जगहें बांद्रा में हैं जहां रफी रहते थे। इनमें 16वीं सड़क का नाम रफी के नाम पर रखा जाएगा। इसके अलावा हिल रोड-एस.वी रोड जंक्शन पर पहले से मौजूद स्मारक का रफी के फैन क्लब ने नवीनीकरण किया है, जिसका उद्घाटन शनिवार को किया जाएगा। रफी का निधन 31 जुलाई 1980 को हुआ था।

इस अवसर पर बॉलीवुड, राजनीति और अन्य क्षेत्रों की मशहूर हस्तियां मौजूद होंगी। इनमें मुंबई महापौर स्नेहल अम्बेकर और मुंबई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष आशीष शेलार भी शामिल हैं। बाद में रफी फैन क्लब द्वारा अभिनेता जीतेंद्र और गायक सोनू निगम को सम्मानित किया जाएगा। यह दोनों दिवंगत गायक से खास जुड़ाव रखते हैं।

रफी के बेटे शाहिद रफी ने शुक्रवार को कहा, “हम अभिभूत हैं। इतने साल बाद भी मेरे पिता के प्रति इतना प्यार देखरकर हम बहुत खुश हैं। देश के कई हिस्सों में शनिवार को कई संगीत समारोह होंगे।” हिल रोड-एस.वी.रोड जंक्शन पर एक स्मृति पट्टिका लगी है जिस पर ‘पद्मश्री मोहम्मद रफी चौक’ लिखा हुआ है। इसे नए सिरे से संवारा गया है। रफी की सर्वकालिक ‘सुनहरी आवाज’ के प्रतिबिंब के रूप में इस पट्टिका को सुनहरे गोले में ढाला गया है।

शाहिद रफी ने कहा कि मलयालम फिल्मकार रफी पर एक बायोपिक बना रहे हैं, जिसका काम लगभग पूरा होने वाला है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि यह अगले तीन या चार माह में बनकर तैयार हो जाएगी।  रफी का जन्म 24 दिसम्बर, 1924 को हुआ था। अपनी गायिकी से उन्होंने हिंदी फिल्म जगत पर काफी समय तक राज किया। उनकी आवाज की रेंज को बेजोड़ माना जाता है। इसी रेंज की बदौलत उन्होंने हर तरह के गीत गाए और तमाम अभिनेताओं के लिए गाए।

रफी ने छह बार फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था। ‘क्या हुआ तेरा वादा’ गाने के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। 1967 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। सालों बाद, 2013 में सीएनएन-आईबीएन के एक जनमत सर्वेक्षण में लोगों ने उन्हें भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ आवाज माना था।

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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