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प्रादेशिक

प्रदेशवासियों को मिली स्वास्थ्य बीमा की सौगात

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब सभी लोगों का स्वास्थ्य बीमा होगा। सामान्य वर्ग के लोगों से 470 रुपये प्रीमियम शुल्क लेकर उनका बीमा किया जाएगा। यह लाभ पहले से चिह्न्ति अस्पतालों में ही मिलेगा। अब तक स्वास्थ्य बीमा का लाभ केवल बीपीएल कार्ड धारकों को ही मिलता था। इसके लिए शासन ने वित्त विभाग को इस मद में आने वाले खर्च का लेखा-जोखा तैयार कर रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ अब तक केवल बीपीएल कार्डधारकों को दिया जा रहा था। इसमें बीपीएल कार्डधारकों को तीस रुपये जमा करने होते हैं।

शासन द्वारा पहले से संबद्ध बीमा कंपनी द्वारा इन्हें कार्ड जारी किया जाता है। इस योजना में विभाग ने इलाज के लिए सरकारी व निजी अस्पतालों का भी चयन किया है। इन चयनित अस्पतालों में कार्डधारक को तीस हजार रुपये तक निशुल्क इलाज मिलने का प्रावधान है। अधिकारियों के अनुसार, इस योजना में आने वाले खर्च का 75 फीसद केंद्र व 25 फीसद धन राज्य सरकार देती है। इसी क्रम में स्वास्थ्य बीमा योजना में अब एपीएल कार्ड धारकों को शामिल करने की तैयारी की गयी है।

इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का संचालन करने वाली स्टेट एजेंसी फॉर कम्प्रहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस से बात करके तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा में मूल रूप से 470 रुपये प्रीमियम आता है। इसके विपरीत बीपीएल कार्डधारकों से मात्र तीस रुपये लिया जाता है, जबकि एपीएल कार्ड धारकों को इसका पूरा भुगतान करना होगा। इन्हें भी चिह्न्ति अस्पतालों में तीस हजार रुपये तक का नि:शुल्क इलाज मिल सकेगा।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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