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बिजनेस

मिले-जुले वैश्विक रूझान के बीच घरेलू बाजार में रही मजबूती

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मिले-जुले वैश्विक संकेतों, घरेलू शेयर बाजार, मजबूती के साथ बंद, बीएसई मिडकैप

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मिले-जुले वैश्विक संकेतों, घरेलू शेयर बाजार, मजबूती के साथ बंद, बीएसई मिडकैप

साप्ताहिक समीक्षा

मुंबई| मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 134.50 अंकों यानी 0.47 फीसदी की मजबूती के साथ 28,468.75 पर निफ्टी 28.15 अंकों यानी 0.32 फीसदी की बढ़त के साथ 8,821.70 पर रहा।

बीएसई मिडकैप में 0.33 फीसदी की गिरावट रही जबकि बीएसई स्मॉलकैप में 0.98 फीसदी की गिरावट रही। कारोबारी सप्ताह के पहले दिन 13 फरवरी यानी सोमवार को सेंसेक्स 17.37 अंक यानी 0.06 फीसदी की बढ़त के साथ 28,351.62 पर रहा जो छह फरवरी 2017 के बाद इसका सर्वाधिक बंद उच्च स्तर रहा।

14 फरवरी यानी मंगलवार को सेंसेक्स में 12.31 अंकों यानी 0.04 फीसदी की मामूली गिरावट रही। इस दौरान यह 28,339.31 पर बंद हुआ। हालांकि, बुधवार यानी 15 फरवरी को बाजार में तेज गिरावट रही। सेंसेक्स 183.75 अंकों यानी 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ 28,155.56 पर रहा जो एक फरवरी 2017 के बाद सर्वाधिक कम बंद स्तर रहा।

बाजार में गुरुवार यानी 16 फरवरी को मजबूती रही। सेंसेक्स 145.71 अंकों की मजबूती के साथ 28,301.27 पर रहा। इसके साथ ही 17 फरवरी यानी शुक्रवार को बाजार में मजबूती रही। सेंसेक्स 167.48 अंकों यानी 0.59 फीसदी की मजबूती के साथ 28.468.75 पर रहा जो 23 सितंबर 2016 के बाद सबसे उच्च बंद स्तर रहा।

शेयरों की बात करें तो सेंसेक्स के 30 शेयरों में से एक्सिस बैंक (0.1 फीसदी), एचडीएफसी (0.98 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (0.55 फीसदी), इन्फोसिस (3.27 फीसदी), पावर ग्रिड (1.3 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (4.37 फीसदी) की मजबूती रही। वहीं, बजाज ऑटो (0.57 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (5.54 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (0.95 फीसदी), आईटीसी (1.76 फीसदी), एलएंडटी (1.54 फीसदी) और ल्युपिन में 0.46 फीसदी की गिरावट रही।

आर्थिक आंकड़ों की बात करें तो दिसंबर 2016 का औद्योगिक उत्पादन (आईपीपी) आंकड़ा 0.04 फीसदी रहा है। इस दौरान विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।

उपभोक्ता मूल्य पर आधारित महंगाई दर सीपीआई में जनवरी में 3.17 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इसके साथ ही थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित डब्ल्यूपीआई आंकड़ा बेहतर रहा है। जनवरी 2017 में डब्ल्यूपीआई महंगाई दर 5.25 फीसदी बढ़ी है। देश का निर्यात जनवरी 2017 में 4.32 फीसदी बढ़कर 22.11 अरब डॉलर रहा है, आयात 10.7 फीसदी बढ़कर 31.95 अरब डॉलर बढ़ा है।

वैश्विक मोर्चे की बात करें तो 2016 की आखिरी तिमाही में जापान की अर्थव्यवस्था में मंदी आई है। जापान का सकल घरेलू उत्पाद 1 फीसदी बढ़ा है।

चीन में भी महंगाई दर लगभग छह महीने के उच्च स्तर पर रही है। अमेरिका की खुदरा बिक्री भी जनवरी में 0.4 फीसदी बढ़ी है जबकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में 0.6 फीसदी की मजबूती दर्ज की गई है।

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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