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खेल-कूद

पुणे टेस्ट में भारतीय टीम, अश्विन और ओकीफ ने बनाए रिकार्ड

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पुणे |  महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन विकेटों के गिरते सिलसिले के बीच रिकार्डस का सिलसिला भी चला जिसमें भारतीय टीम, स्टीवन ओकीफ और रविचंद्रन अश्विन ने रिकार्ड बुक में अपने नाम दर्ज कराए। पहले दिन नौ विकेट पर 256 रन बनाने वाली आस्ट्रेलियाई टीम दूसरे दिन शुक्रवार को पहले ओवर में आखिरी विकेट गंवाकर 260 रनों पर पवेलियन लौट गई।

आस्ट्रेलिया का पहली पारी में आखिरी विकेट मिशेल स्टार्क (60) के रूप में गिरा। उन्हें अश्विन ने आउट किया। यह अश्विन का घरेलू सत्र में 64 वां विकेट था। वह एक घरेलू सत्र में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उनसे पहले कपिल देव के नाम यह रिकार्ड था। उन्होंने एक घरेलू सत्र में 63 विकेट लिए थे।

आस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी भी शुक्रवार को खेली जिसमें उसने दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट खोकर 146 रन बनाए हैं। इन चार में से तीन विकेट अश्विन ने लिए। उनके 2016-17 सत्र में कुल 67 विकेट हो गए हैं और वह एक सत्र में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। वह दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन से 11 विकेट दूर हैं। स्टेन ने 2007-08 में 12 मैचों में 78 विकेट लिए थे।

भारतीय टीम पहली पारी में सिर्फ 105 रनों पर ही ढेर हो गई। इसमें आस्ट्रेलिया के ओकीफ का सबसे बड़ा योगदान रहा। उन्होंने भारत के छह बल्लेबाजों को पवेलियन की रहा दिखाई। यह उनका अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने 19 गेंदों के अंदर पांच विकेट लिए। इसी के साथ वह भारत के खिलाफ सबसे कम गेंदों में पांच विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। उनसे आगे इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड हैं जिन्होंने 2011 में ट्रेंट ब्रिज में 16 गेंदों में छह विकेट लिए थे।

ओकीफ ने 35 रन देकर छह विकेट लिए। यह भारत आए किसी भी बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज द्वारा तीसर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उनसे पहले उनके हमवतन माइकल क्लार्क हैं जिन्होंने 2004 में मुंबई नें नौ रन देकर छह विकेट लिए थे। इन दोनों से आगे इंग्लैंड के हेडली वेरिटी हैं जिन्होंने 1934 में 49 रन देकर सात विकेट लिए थे।

भारतीय टीम ने इस मैच में अपनी खराब पारी खेली। टीम ने अंतिम 11 रनों पर अपने अंतिम सात विकेट गंवाए। इससे पहले भारत ने 1989-90 में क्राइस्टचर्च में खेले गए टेस्ट मैच में 18 रनों पर अपने अंतिम सात विकेट गंवाए थे।

यह भारत का आस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा सबसे कम स्कोर है। गाबा में 1947-48 में आस्ट्रेलिया ने भारत को 58 रनों पर समेट दिया था। साथ ही घर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ उसका यह दूसरा सबसे कम स्कोर है। 2004-05 में आस्ट्रेलिया ने भारत को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 104 रनों पर पवेलियन भेज दिया।

टीम के कप्तान कोहली इस मैच में खाता भी नहीं खोल पाए। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों प्रारुपों में वह 104 पारियों के बाद शून्य पर आउट हुए। वह पांचवीं बार शून्य पर आउट हुए हैं। इससे पहले वह 2014 में कार्डिफ में खेले गए एकदिवसीय मैच में शून्य पर पवेलियन लौटे थे। घर में वह पहली बार टेस्ट मैच में शून्य पर लौटे हैं।

 

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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