Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

वो ‘शीशा’ तोड़ा गया जिससे खिलजी ने किया था पद्मावती का दीदार

Published

on

Loading

जयपुर। चित्तौडग़ढ़ के किले में स्थित पद्मावती महल में अराजक तत्वों ने उन शीशों को तोड़ दिया, जिनके बारे में कहा जाता है कि दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने इन्हीं आईनों के जरिये राजपूत रानी पद्मावती को देखा था।

एक पुलिस अधिकारी ने यहां से 300 किलोमीटर से भी अधिक दूर चित्तौडग़ढ़ से फोन पर बताया, “कुछ अराजक तत्वों ने रविवार शाम को सभी तीन शीशों को तोड़ दिया। मामले की जांच जारी है।”

श्री राजपूत कर्णी सेना ने इनकी जिम्मेदारी ली है। इसी समूह ने 27 जनवरी को यहां फिल्मकार संजय लीला भंसाली पर हमला किया था, जो अपनी आगामी फिल्म ‘पद्मावती’ की शूटिंग कर रहे थे। उनका कहना था कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। श्री राजपूत कर्णी सेना के एक कार्यकर्ता ने कहा, “हमने इस बारे में 15 दिन पहले चेतावनी दी थी। हमारी मांग के बावजूद शीशे नहीं हटाए गए।”

एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि चार से पांच बदमाश रविवार शाम 4.45 बजे महल में घुसे और उन्होंने शीशों को तोड़ा। इसके बाद वे महल से फरार हो गए। कहा जाता है कि 13वीं सदी में खिलजी ने जब रानी पद्मावती को देखने की इच्छा जताई थी, तो इन्ही शीशों में रानी के प्रतिबिंब को दर्शाया गया था। वहीं, कर्णी सेना का कहना है कि इस कथित घटना के कई साल बाद ये शीशे लगाए गए थे।

मुख्य समाचार

बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग

Published

on

Loading

नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।

विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।

चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।

Continue Reading

Trending