Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

एक्शन में योगी, लॉ एंड ऑर्डर को लेकर अफसरों को तलब कर सख्त निर्देश

Published

on

Loading

लखनऊ। यूपी के सीएम का पद संभालते ही योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने सोमवार को अफसरों को तलब कर लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्त करने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने अफसरों से साफ कहा कि किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

वहीं उत्तर प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री व 22 कैबिनेट मंत्रियों के बैठने का स्थान तय किया जा रहा है। सोमवार को विधान भवन में दो उपमुख्यमंत्रियों के बैठने का कमरा निर्धारित किया गया है। विधान भवन में मुख्यमंत्री के कक्ष के आसपास ही उनके दो नायाबों के भी कक्ष हैं।

उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा उस कक्ष में बैठेंगे, जिसमें शिवपाल सिंह यादव का कार्यालय था और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को आजम खां वाला कक्ष दिया गया है।

पहले शर्मा और बाद में मौर्य ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मुलाकात की। इनकी मुलाकात वीवीआईपी गेस्ट हाउस में हुई। पत्रकारों से बातचीत में शर्मा ने कहा, “हमारे संकल्पपत्र में लिखी सभी बातें पूरी की जाएंगी। यह सरकार एक दिन नहीं, बल्कि पांच वर्ष तक एक्शन में रहेगी।”

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के मुख्य सचिव राहुल भटनागर के साथ ही डीजीपी जावीद अहमद, प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पांडा, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल को तलब किया और उन्हें प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई शुरू की जाए। उन्होंने महिला संबंधी अपराधों को रोकने के लिए भी सख्त निर्देश दिए।

योगी ने लखनऊ के कमिश्नर भुवनेश कुमार, आईजी सतीश भारद्वाज, डीआईजी प्रवीण कुमार व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रवीर कुमार से भी भेंट की।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending