प्रादेशिक
चार दिन बाद भी नहीं लौटे 50 सरपंच प्रत्याशी, अपहरण का अंदेशा
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से पंचायत चुनाव लड़ रहे सरपंच पद के लगभग 50 प्रत्याशियों का नक्सलियों द्वारा अपहरण कर लिए जाने का अंदेशा है। इन प्रत्याशियों को एक बैठक के बहाने जंगल में बुलाया गया था। ये प्रत्याशी चार दिन बाद भी लौटे नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार, दोरना पाल एवं केरला पाल के मध्य की दर्जन भर पंचायतों के चुनाव में खड़े हुए लगभग 50 सरपंच पद के प्रत्याशियों को नक्सलियों ने बैठक के लिए बुलाया था। बीते 9जनवरी को ये सभी प्रत्याशी नक्सलियों के बुलावे पर उनके बताए स्थान पर पहुंचे थे। अकेले दुब्बाटोटा गांव से पांच सरपंच प्रत्याशी, दो पूर्व सरपंच सहित 10लोग बैठक में शामिल होने गए थे।ये सभी सरपंचपद के प्रत्याशी चार दिनों बाद भी घर नहीं लौटे हैं।
समझा जाता है कि नक्सलियों ने इनका अपहरण कर लिया है। उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने पर्चे और बैनरों के माध्यम से चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है। आशंका है कि नक्सली धमकी के बावजूद चुनाव में भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों को सबक सिखाने के लिए नक्सलियों ने उन्हें अगवा किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि उन्हें भी प्रत्याशियों के जंगल नहीं लौटने की सूचना मिली है, लेकिन अब तक किसी ने भी इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। इस के बावजूद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और पतासाजी शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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