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बिजनेस

रिलायंस पॉवर को बांग्लादेश में मिला 1 अरब डॉलर का ठेका

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नई दिल्ली | रिलायंस पॉवर ने बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के साथ ढाका के नजदीक मेघनाघाट के लिए 750 मेगावॉट तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) बिजली परियोजना के पहले चरण के लिए सोमवार को साझेदारी के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस समझौते में प्रस्तावित एकीकृत संयुक्त चक्र बिजली परियोजना के लिए बिजली खरीद समझौता (पीपीए) और कार्यान्यवन समझौता (आईए) शामिल है। इस परियोजना के पहले चरण में 1 अरब डॉलर (6,500 करोड़ रुपये) की लागत से एलएनजी टर्मिनल का निर्माण किया जाएगा। यह समझौता भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित व्यापार सम्मलेन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मौजूदगी में किया गया।

रिलायंस पॉवर ने इसके अलावा पेट्रो बांग्ला के साथ भी एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है, जिसके तहत बांग्लादेश के चटगांव के नजदीक कुतुबदिया द्वीप पर एक एलएनजी टर्मिनल का निर्माण प्रस्तावित है। कंपनी ने बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के साथ साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा के दौरान छह जून को एकीकृत परियोजना के लिए समझौता किया था।

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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