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प्रादेशिक

योगी कैबिनेट की दूसरी बैठक आज; बिजली-पानी समेत कई अहम फैसलों पर लगेगी मुहर

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्रिमंडल की दूसरी बैठक आज होने जा रही है, जिसमें कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं। योगी सरकार ने अपनी पहली मंत्रिमंडल बैठक में किसानों के एक लाख रुपये तक के फसली ऋण को माफ कर बड़ी राहत दी थी।

सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, भाजपा सरकार अवैध खनन पर अंकुश लगाने के साथ ही बालू और मौरंग को लेकर नीति बदल सकती है। चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री से लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने अवैध खनन को मुद्दा बनाया था। पहली ही मंत्रिमंडल में अवैध खनन पर अंकुश लगाने की दिशा में सरकार ने पहल की थी।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में बनी समिति में नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना और वन मंत्री दारा सिंह चौहान को शामिल किया गया है। इस समिति को सप्ताहभर में अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए थे।

मंगलवार को इस समिति के गठन को एक सप्ताह पूरा हो रहा है। इस समिति की सिफारिश पर मंत्रिमंडल के सामने जनोपयोगी प्रस्ताव लाया जा सकता है। जापानी इंसेफेलाइटिस और एईएस के मरीजों को राहत देने की दिशा में सरकार तत्पर है। मंत्रिमंडल की बैठक में 19 जिलों में जापानी इंसेफेलाइटिस से पीडि़त मरीजों के लिए दस-दस बिस्तरों वाले पीडियाट्रिक आइसीयू को तत्काल प्रभावी रूप से संचालित किए जाने पर फैसला होने की संभावना है।

बुंदेलखंड़ में तात्कालिक तौर पर पेयजल सुविधाओं के लिए हाल ही में मुख्यमंत्री ने 47 करोड़ रुपए दिये हैं। संभव है कि मंगलवार की बैठक में ही फैसले के लिए मंत्रिमंडल के सामने यह मसौदा पेश हो जाए।

आलू किसानों को अपने पैदावार को लेकर हमेशा दिक्कत बनी रहती है। अच्छे पैदावार के बावजूद कई बार किसानों को अपनी लागत मूल्य निकाल पाना मुश्किल हो जाता है। सरकार ने किसानों के मुनाफे का रास्ता निकालते हुए पिछली मंत्रिमंडल की बैठक में एक समिति गठित की थी।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और वन मंत्री दारा सिंह चौहान की इस समिति ने प्रति क्विंटल 487 रुपये आलू खरीद सहित कई बेहतर प्रस्ताव दिए हैं। संभव है कि इस समिति के मसौदे पर मंगलवार को मंत्रिमंडल अपनी मुहर लगा देगी।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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