Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

शिवपाल न भाजपा में जायेंगे , न कोई नई पार्टी बनायेंगे: मुलायम

Published

on

Loading

महागठबंधन नहीं करेंगी समाजवादी पार्टी : मुलायम

इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने दावा किया है कि उनके भाई शिवपाल सिंह यादव न तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे और न ही कोई दूसरा दल बनाएंगे। मुलायम  ने कहा कि समाजवादी पार्टी या परिवार में कोई अनबन नहीं है।

मुलायम सिंह यादव ने कहा है, ‘’समाजवादी पार्टी किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी. सपा अकेले चुनाव लडऩे में सक्षम है।’’ कल ही पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आने वाले चुनावों में गठबंधन करने के संकेत दिए थे।
अखिलेश ने कहा था, ‘’हम तो हर एक का स्वागत करने वाले लोग हैं। हमने पहले भी स्वागत किया था, तब भी बहुत बड़ी खबर निकली थी। जब परिणाम उस समय नहीं आया था. हम तो अब भी तैयार हैं।’’

बता दें कि दो दिन पहले बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा था, ‘अपने देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए बीजेपी और ईवीएम की गड़बड़ी के विरुद्ध किए जा रहे संघर्ष में यदि बीजेपी विरोधी पार्टियां भी हमारे साथ आना चाहेंगी तो उनके साथ भी अब हमें हाथ मिलाने में कोई परहेज नहीं होगा.’’

मायावती ने बीजेपी को रोकने के लिए साथ विपक्षी दलों के साथ आने के संकेत दिए हैं। वहीं, अखिलेश भी कुछ दिन पहले उनसे हाथ मिलाने को तैयार दिखे थे।

चुनाव में एसपी, कांग्रेस, बीएसपी को कुल 73 सीटें

2017 विधानसभा चुनाव के नतीजो में जहां बीजेपी गठबंधन को 403 में से 325 सीटें मिलीं है। वहीं एसपी-कांग्रेस और बीएसपी तीनों की मिलाकर भी सिर्फ 73 सीटें ही हुईं, लेकिन वोट प्रतिशत की बात करें तो इस चुनाव में बीएसपी और समाजवादी पार्टी दोनों को ही करीब 22-22 फीसदी वोट मिले हैं और कांग्रेस को 6 फीसदी।

यूपी में लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीटें हैं। 2014 में बीजेपी गठबंधन ने यूपी की 80 में से 73 सीटें जीती थी, जबकि पूरे विपक्ष को सिर्फ 7 सीटें मिलीं थी और बीएसपी को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई थी.

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending