प्रादेशिक
तृणमूल सांसद के खिलाफ गैरजमानती मामला दर्ज
कोलकाता| तृणमूल सांसद और भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान प्रसून बनर्जी पर एक गैर जमानती मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि एक यातायात हवलदार ने हचलच भरी सड़क पर गलत यू-टर्न लेने पर उनकी गाड़ी को रोक लिया था जिससे गुस्साएं प्रसून ने ड्यूटी पर तैनात हवलदार को थप्पड़ जड़ दिया। हावड़ा से लोकसभा सांसद प्रसून बनर्जी तृणमूल नेताओं की उस सूची में शामिल हो गए हैं, जो कानून अपने हाथ में ले रहे हैं और यहां तक कि पुलिस कर्मियों पर भी हमला कर रहे हैं। प्रसून ने 1970 और 1980 के दशक की शुरुआत में शहर की सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल टीम के मिडफील्डर के रूप में कई पुरस्कार जीते थे। सांसद प्रसून बनर्जी ने हालांकि आरोपों को खारिज किया है।
सुप्रसिद्ध भारतीय कोच पी.के. बनर्जी के भाई प्रसून ने कहा, “हवलदार मानसिक रूप से कमजोर है। मैंने उसपर कभी भी हमला नहीं किया। यह मुझे हानि पहुंचाने की साजिश है।” पी.के. बनर्जी भी 1982 में दिल्ली में आयोजित हुए एशियाई खेलों में भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान रह चुके हैं। घंटों की टाल-मटोल के बाद पुलिस ने बनर्जी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (एक सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और उसे अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोप सिद्ध होने पर इस धारा में अधिकतम दो साल तक की सजा का प्रावधान है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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