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प्रादेशिक

मधुरिमा स्वीट्स खाइये, अस्पताल पहुँच जाइये

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Priyanka Trivedi

लखनऊ। आए दिन उत्तर प्रदेश में हो रहे अपराध जैसे एक आम घटना का रूप लेते जा रहे है। शासन प्रशासन खौफ जैसे ख़त्म सा है। लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कही जाने मीडिया भी अब इस अपराधिक गतिविधियों का शिकार हो रही है।  प्रशासन के तेवर सख्त की जगह नरम नज़र आ रहे है।

बीती शुक्रवार की शाम करीब ३:३० बजे इण्डिया न्यूज़ के पत्रकार लखनऊ में गोमती नगर स्थित मधुरिमा स्वीट्स पर वहां बेचीं जा रही मिलावटी मिठाइयों पर खबर करने गए तो उनपर मधुरिमा स्वीट्स के कर्मचारियों द्वारा  हमला किया गया, और उनके कैमरे को तोड़ दिया गया जिसके बाद मौके पर काफी मार मीट की वारदात हुई इतना ही नहीं बल्कि मधुरिमा कर्मचारियों नें पत्रकारों के साथ हाथापाई भी की और साथ ही इण्डिया न्यूज़ की पूरी टीम को बंधक भी बनाया गया।
पत्रकारों द्वारा पुलिस में खबर देने के बाद लखनऊ डी.आई.जी आर के चतुर्वेदी मौके पर वारदात का जायज़ा लेने गए तो उन्होंने कहा “जब तक की सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक मधुरिमा स्वीट्स की दुकाएं नहीं खोली जाएगी” लेकिन क्या लखनऊ डी. आई.जी आर के चतुर्वेदी के आदेश का कोई पालन नहीं है क्युकी शनिवार की सुबह स्वीट्स की दूकान फिर से खोली गई है।
जिससे नाराज़ पत्रकारों ने शनिवार सुबह धरना प्रदर्शन किया। और इस घटना की निंदा पत्रकार एसोसिएशन ने भी की।
मधुरिमा स्वीट्स की मिठाइयों का सैम्पल कुछ दिन पहले खाद्य विभाग ने लिया था जिसके बाद यहाँ की मिठाइयों में मिलावट पाई गई थी जिसे खाने से एक परिवार अस्पताल में भर्ती भी हुआ है।

 

इण्डिया न्यूज़ की कार्यवाही और सभी पत्रकारों के प्रदर्शन का प्रभाव होता नज़ार आया है मधुरिमा स्वीट्स के मालिक के बेटे वत्सल गुप्ता और अन्य दो मनीष मिश्रा और उपेन्द्र राय को भी गिरफ्तार किया गया है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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