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प्रादेशिक

लखनऊ मेट्रो ने श्रमदान से पर्यावरण जागरूकता अभियान का किया आगाज

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लखनऊ मेट्रो एलएमआरसी स्टाफ, पर्यावरण, मैनेजिंग डायरेक्टर

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लखनऊ। लखनऊ मेट्रो को मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (एमआरटीएस) के एक स्वच्छ और हरित वाहक के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से आज लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर  कुमार केशव ने विश्व पर्यावरण सप्ताह के उपलक्ष्‍य में एक सामूहिक ‘श्रमदान’ सह पर्यावरण अभियान की शुरुआत की| पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जन-जागरूकता को प्रोत्साहित करना इस पहल का उद्देश्य रहा।

एलएमआरसी स्टाफ, पर्यावरण, मैनेजिंग डायरेक्टर

इस अवसर पर मैनेजिंग डायरेक्टर श्री कुमार केशव ने कहा, ‘लखनऊ मेट्रो पर हमें स्वच्‍छता की आदत को अपने रोज़मर्रा के कार्यों में सम्मिलित करना चाहिए जिससे हम विश्वस्तर के स्वच्‍छता मापदंडों को अपने घर और आस-पास प्राप्त कर उन्हें बरकरार रख सकें।

उन्होंने कहा,’हमें अपने हाथों से कूड़ा उठाने में संकोच नहीं करना चाहिए और अपनी स्वछता का ध्यान स्वयं रखने का प्रयास करना चाहिए| भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाने का ये एक मात्र रास्ता है।’

इस अवसर पर, आज प्रातः मेट्रो के सभी अधिकारी और कर्मचारी ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो डिपो पर एकत्रित हुए और डिपो, ट्रांसपोर्ट नगर और कृष्णा नगर मेट्रो स्टेशंस में गहन स्वछता हेतु अपना योगदान प्रदान किया| कॉर्पोरेशन द्वारा आयोजित ‘सामूहिक श्रमदान’ में उन्होंने भाग लिया और इस अभियान का हिस्सा होने पर ख़ुशी ज़ाहिर की।

अपने अनुभव को साझा करते हुए कस्टमर रिलेशन असिस्टेंट, विशाल कुमार नाथ ने बताया, ‘अपने कार्यालय के कार्यों के अलावा पर्यावरण का ध्यान रखना और इसे स्वच्छ बनाये रखना हमारी प्रधान ज़िम्मेदारियों में से एक होना चाहिए। जैसे हम अपने घर का ध्यान रखते हैं और उसे स्वच्छ, हरा-भरा बनाये रखने का प्रयास करते हैं, उसी प्रकार हमे अपने आस-पास का भी ध्यान रखना चाहिए|’

एलएमआरसी ने 3 जून 2017 से 9 जून 2017 तक, विश्व पर्यावरण सप्ताह के दौरान एक पर्यावरण अभियान चलाने का निर्णय लिया है जिसमे पर्यावरण जागरूकता संबंधी गतिविधियां जैसे की पौधरोपण अभियान, पर्यावरण पर बाहरी ट्रेनिंग सेशन, प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, पोस्टर/ग्रीन सेल्फी प्रतियोगिता, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री और (आईजीबीसी) टीम का सम्मिलित ट्रेनिंग सेशन, आदि वैश्विक जागरूकता हेतु आयोजित करे जायेंगे; जिनके माध्यम से पृथ्वी माँ और प्रकृति के संरक्षण के लिए सकरात्मक पर्यावरण क्रिया को
प्रोत्साहित करेंगे।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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