प्रादेशिक
सपा में हाहाकार जारी, अखिलेश की इफ्तार पार्टी से मुलायम और शिवपाल ने बनाई दूर
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के रोजा इफ्तार कार्यक्रम में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और वरिष्ठ नेता आजम खां ने शिरकत नहीं की।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से सपा प्रदेश कार्यालय पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। सपा की इस इफ्तार पार्टी को यादव कुनबे में सुलह के रूप में भी देखा जा रहा था, लेकिन मुलायम और शिवपाल की अनुपस्थिति ने साफ कर दिया कि अभी परिवार में सबकुछ ठीक नहीं है।
यह पहला मौका था जब मुलायम और शिवपाल एसपी की इफ्तार पार्टी से गैरमौजूद रहे। सोमवार को इफ्तार पार्टी शाम छह बजे शुरू हुई। हालांकि बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्म गुरु व समर्थक इफ्तार में हिस्सा लेने पहुंचे।
सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने रोजदारों का इस्तकबाल किया। कार्यक्रम में ओम प्रकाश सिंह और विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी मौजूद रहे।
वहीं सोमवार सुबह मुलायम दिल्ली में मौजूद रहे और कई नेताओं से मुलाकात की। शाम साढ़े छह बजे वह लखनऊ पहुंचे। इफ्तार का समय सात बजकर के बाद था। ऐसे में उम्मीद थी कि वह इफ्तार पार्टी में शामिल हो सकते हैं मगर वह सीधे विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास चले गए, जबकि पिछले साल बहुत बीमार होने के बाद भी इफ्तार पार्टी में गए थे।
शिवपाल इफ्तार पार्टी से चंद कदम दूर घर पर ही मौजूद रहे, लेकिन कार्यक्रम में शिरकत करना उन्हें गवारा नहीं हुआ। वहीं आजम खां रामपुर में बने रहे। शिवपाल इफ्तार पार्टी से चंद कदम दूर घर पर रहे, जिससे साफ है कि समाजवादी परिवार में सियासी मतभेद ही नहीं, दिलों में दूरियां बढ़ रही हैं।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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