Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

जियो कस्टमर की निजी जानकारियां हुईं लीक, कम्पनी ने किया इन्कार

Published

on

Loading

नई दिल्ली| रिलायंस जियो ने अपने डेटा के हैक होने की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि जिस वेबसाइट पर जियो के डेटा होने का दावा किया जा रहा है, उसे बंद कर दिया गया है। मैजिकएपीके डॉट कॉम ने रविवार को दावा किया था कि उसने जियो के डेटा को हैक कर लिया है और जियो के उपभोक्ताओं की निजी जानकारियां उसकी वेबसाइट पर हैं।

जियो के प्रवक्ता ने जारी बयान में कहा, वेबसाइट के दावे असत्यापित और निराधार हैं। हम इसकी जांच कर रहे हैं। प्रथम दृष्टया डेटा अप्रमाणिक प्रतीत हो रहे हैं।

प्रवक्ता ने बताया, हम अपने उपभोक्ताओं को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उनका डेटा सुरक्षित है और हम इसकी सुरक्षा बनाए रखेंगे। ग्राहक डेटा जरूरत पड़ने पर सिर्फ प्रशासन के साथ ही साझा किया जाएगा।

हैकर्स की वेबसाइट बंद कर दी गई है। इस वेबसाइट का डोमेन भारत में पंजीकृत है, लेकिन डोमेन पंजीकरण सेवाओं के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। जियो के बयान के मुताबिक, हमने पुलिस को वेबसाइट के दावों के बारे में सूचित कर दिया है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस दिशा में सख्त कदम उठाए जाएं।

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending