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बिजनेस

पेटीएम गोल्ड पर सोना ख्ररीदें, पाएं फ्री लॉकर सुविधा

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नई दिल्ली, 13 जुलाई (आईएएनएस)| भारत में सोने को हमेशा से ही बचत का सबसे बेहतर साधन माना गया है। हर दूसरे घर में सोने को भविष्य के लिए बचत के तौर पर खरीदा जाता है।

इस बेशकीमती धातु को बाजार की कीमतों पर ज्यादा ध्यान दिए बिना अक्सर जौहरियों के यहाँ से भारी कीमत चुकाने के बाद खरीदा जाता है। शुद्धता, सुरक्षा, रखरखाव के ज्यादा खर्च और लॉकर्स के लिए लंबी वेटिंग अवधि से जुड़ी चिंताओं की वजह से ज्यादा से ज्यादा ग्राहक अब पेटीएम गोल्ड की ओर शिफ्ट हो रहे हैं। यह प्रोडक्ट एमएमटीसी-पीएएमपी की ओर से उपलब्ध कराया जाता है। पेटीएम गोल्ड भारत के पसंदीदा वेल्थ मैनेजमेंट असेट को किफायती बना रहा है।

पेटीएम गोल्ड को एमएमटीसी-पीएएमपी से भी खरीदा जा सकता है। किसी भी वक्त, किसी भी जगह से और वह भी महज एक रुपए में भी। इसे एमएमटीसी-पीएएमपी के फ्री और 100 प्रतिशत बीमित, सुरक्षित लॉकर्स में रखा जा सकता है। यदि सोने को लॉकर्स में रखा जाता है तो उसके लिए भारी-भरकम शुल्क चुकाना होता है। लेकिन पेटीएम गोल्ड के ग्राहकों को इसके लिए कोई शुल्क नहीं चुकाना पड़ता।

ग्राहक कीमतों के अपडेट्स देख सकते हैं और उनके पास यह विकल्प भी है कि वे एमएमटीसी-पीएएमपी को अपना संग्रहित सोना ऑनलाइन बेच सकते हैं।

योजना शुरू होने के दो महीने के भीतर ही पेटीएम गोल्ड हजारों भारतीयों के लिए बचत का एक साधन बन चुका है। इस उत्साहित करने वाले रेस्पांस को देखते हुए, पेटीएम ने उन पिन-कोड्स की संख्या बढ़ा दी है, जहाँ सर्विस दी जा रही है। जल्द ही पेटीएम गोल्ड देश के हर नुक्कड़ और कॉर्नर पर मिलने लगेगा और वह भी बिना किसी सीमा के। इससे हर व्यक्ति अपनी बचत का एक हिस्सा पेटीएम गोल्ड में निवेश कर सकेगा, फिर चाहे वह किसी भी आयु और आय वर्ग का हो।

पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्णा हेगड़े ने कहा, ऑफलाइन सोना खरीदने में बनवाई शुल्क समेत अन्य मदों पर अतिरिक्त पैसा खर्च करना पड़ता है। इतना ही नहीं, न्यूनतम मात्रा खरीदने की शर्त भी होती है। इस वजह से कई आय वर्ग के लोग सोना कभी खरीद ही नहीं पाते। हमारा प्रोडक्ट किफायती है और सुविधजनक भी। आज विभिन्न आय वर्गों के परिवार पेटीएम गोल्ड में निवेश कर बचत कर रहे हैं। हम सर्विस योग्य पिन-कोड्स की संख्या को विस्तार देकर भारत के ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच रहे हैं और उन्हें अपने भविष्य के लिए पेटीएम गोल्ड को बचत के तौर पर अपनाने में मदद कर रहे हैं।

एमएमटीसी-पीएएमपी में स्ट्रेटेजी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के प्रमुख अर्जुन रायचौधरी ने कहा, भारत की पहली और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त इकलौती गोल्ड रिफाइनरी के तौर पर हमें भारतीय ग्राहकों तक 24के 999.9 सोना पहुंचाने पर गर्व है।

रायचौधरी के मुताबिक, पेटीएम गोल्ड का उद्देश्य वास्तविक वित्तीय समावेशन का है, जहां प्रत्येक भारतीय सरल और पारदर्शी तरीके से अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता वाला सोना खरीद सकता है। फिर चाहे वह उस पर कितना भी खर्च कर रहा हो। यह भारतीय उपभोक्ता के सोना खरीदने के तरीकों में बदलावों की ओर एक कदम है।

— आईएएनएस

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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