Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

राखी खरीदने को 10 रुपये नहीं मिले तो लगाई फांसी

Published

on

कर्नाटक, बेलगावी, राखी, महादेवी, रक्षा बंधन

Loading

पति ने नहीं दिए 10 रुपए,पत्नी ने लगा ली फांसी

नई दिल्ली। एक पत्नी ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि पति ने उसे 10 रुपए नहीं दिए। यह सच्ची घटना कर्नाटक के बेलगावी की है, जहां 10 रुपए ना मिलने से नाराज पत्नी ने आत्महत्या कर ली।

सोमवार को रक्षा बंधन था और पत्नी ने अपने पति से राखी खरीदने के लिए 10 रुपये मांगे थे। पत्नी ने रुपये नहीं दिए तो उससे नाराज होकर पत्नी ने खुदकुशी कर ली।

23 साल की महादेवी गोलारा भाई के लिए राखी खरीदना चाहती थी। इसके लिए उसने अपने पति से 10 रुपये भी मांगे थे, लेकिन पति ने 10 रुपए नहीं दिए। इसे लेकर महादेवी नाराज हो गई।

इस पर पति-पत्नी के बीच जमकर झगड़ा भी हुआ। झगड़े के बाद पति गुस्से में घर से बाहर निकल गया।जब वह घर लौटा तो महादेवी फांसी लगा चुकी थी।

अशोक और महादेवी ने 3 साल पहले लव मैरिज किया था। महादेवी की शादी से उसका भाई नाराज था। इससे अशोक और महादेवी के भाई के रिश्ते भी अच्छे नहीं थे।

अशोक शराब भी पीता था और कुछ महीनों से बेरोजगार था। इस कारण से भी महादेवी परेशान चल रही थी। जब अशोक के महादेवी को राखी के लिए पैसे नहीं दिए तो वो और परेशान हो गई और आत्महत्या
कर ली।

शहरपुर पुलिस ने महादेवी के पति अशोक के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही उसे गिरफ्तार कर लिया है।

यह भी पढ़ें : महाराष्ट्र में भाई के प्रेम-प्रसंग की सूत्रधार महिला को नंगा घुमाया

 

 

IANS News

समाजवादी पार्टी नैतिक रूप से जीत चुकी है, बस प्रमाणपत्र मिलना बाकी – अखिलेश यादव

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग संपन्न हो चुकी है। शनिवार 23 नवंबर 2024 को चुनाव के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। चुनाव परिणाम से पहले ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा दावा किया है। अखिलेश ने कहा है कि समाजवादी पार्टी नैतिक रूप से जीत चुकी है, बस प्रमाणपत्र मिलना बाकी है। अखिलेश ने इसके साथ भाजपा पर निशाना साधते हुए अपने कार्यकर्ताओं की जमकर तारीफ भी की है। आइए जानते हैं अखिलेश ने और क्या कुछ कहा है।

भाजपा किसी की सगी नहीं- अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा- “धीरे-धीरे सबको ये समझ आ जाएगा कि चाहे नेता हों या अधिकारी, भाजपा सबको पहले लालच या अन्य किसी दबाव या भावनात्मक रूप से झाँसा देकर गलत काम करवाती है फिर जब वो पकड़े जाते हैं, उनका निलंबन होता है, उनपर मुक़दमा होता है, उनकी नौकरी जाती है या उनको जेल होती है या फिर समाज-परिवार अथवा विभाग में बदनामी होती है तो भाजपा उनसे पल्ला झाड़ लेती है। भाजपाई फँसानेवाले लोग हैं, बचानेवाले नहीं। भाजपा किसी की सगी नहीं है।

प्रमाणपत्र लेकर ही लौटें- अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि हम नैतिक रूप से जीत चुके हैं, बस प्रमाणपत्र मिलना बाक़ी है। अखिलेश ने इंडिया गठबंधन-सपा के सभी जागरूक उम्मीदवारों, कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, नेताओं, समर्थकों व समझदार आम जनता से अपील की है कि वे डटे रहें, अपने वोट की दिन-रात रक्षा करें व कल मतगणना के लिए पूरी तरह सावधान रहें और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही लौटें।

 

 

Continue Reading

Trending