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बंगाल में जीएसटी के विरोध में 2 लाख मिठाई की दुकानें बंद

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कोलकाता, 21 अगस्त (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल में सोमवार को करीब दो लाख मिठाई की दुकानों ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के विरोध में 24 घंटे का बंद रखा। सोमवार को हुए बंद के चलते राज्य में मिठाई उद्योग को 100 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।

उत्तरी कोलकाता से दक्षिणी कोलकाता तक और कोलकाता के उपनगरीय इलाकों में लगभग सभी बड़े, मध्यम और छोटे आकार की लोकप्रिय दुकानें बंद रहीं।

1868 में रसगुल्ला की खोज करने वाले हलवाई नबीन चंद्र दास के खानदान से जुड़े और कोलकाता में बेहद मशहूर मिठाई निर्माता के. सी. दास की चारों दुकानें बंद रहीं।

के. सी. दास के निदेशक धीमान दास ने बताया, पूरे दिन की बंदी के चलते दो से तीन लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।

मिठाई निर्माताओं ने आने वाले दिनों में जीएसटी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में तेजी लाने का भी संकल्प लिया।

पश्चिम बंगाल मिष्ठान्न व्यवसाय समिति के महासचिव आर. के. पॉल ने आईएएनएस को बताया, हम जीएसटी को लेकर सहज नहीं हैं। 24 से 26 अगस्त के बीच हम भूख हड़ताल करेंगे। अगर केंद्र सरकार ने कर से छूट की हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो हम अपना विरोध प्रदर्शन और तेज करेंगे।

उन्होंने कहा, अगर दैनिक आधार पर जोड़ें तो हर दुकान की बिक्री 5000 रुपये आती है। अगर पूरे एक दिन दो लाख दुकानें बंद रहीं तो 100 करोड़ रुपये प्रति दिन का नुकसान हुआ।

पॉल ने बताया कि सारे खर्चे निकाल दें तो 10 से 15 फीसदी की आय बैठती है।

पॉल ने कहा कि मिठाई उद्योग राज्य में 10 लाख लोगों को रोजदार देता है, जबकि मिठाई कारोबार से अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े लोगों की संख्या पता ही नहीं है।

1885 से मिठाई कारोबार में लगे बलराम मलिक और राधारमन मलिक से जब आईएएनएस ने संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वे भी इस हड़ताल में शामिल थे।

एक विक्रेता ने बताया, अनधिकारिक तौर पर हमने अग्रिम ऑर्डर लेने और डिलिवरी देने के लिए दुकान खोल रखी थी। हमने सिर्फ पहले से ऑर्डर दे गए लोगों के साथ ही लेनदेन की। अन्य ग्राहकों को लौटा दिया गया।

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नेशनल

एयर इंडिया की महिला पायलट ने किया सुसाइड, बॉयफ्रेंड करता था प्रताड़ित

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मुंबई। एयर इंडिया में महिला पायलट के रूप में काम करने वाली 25 वर्षीय सृष्टि तुली की आत्महत्या का मामला सुर्खियों में है। पायलट ने मुंबई में अपने किराए के फ्लैट डेटा केबल से फांसी लगाकर जान दे दी थी। इस मामले में पुलिस ने मृतका सृष्टि तुली के प्रेमी आदित्य पंडित को गिरफ्तार किया है। उस पर महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। वहीं, अब मृतका सृष्टि तुली के घरवालों ने उसके प्रेमी पर कई आरोप लगाए हैं। इनमें से एक आरोप ये भी है कि आदित्य पंडित, सृष्टि को नॉन वेज खाना छोड़ने के लिए प्रताड़ित करता था।

ऐसे में उसने चाभी वाले की मदद से दरवाजा खुलवाया. अंदर जाकर देखा तो सृष्टि का शव पंखे से लटका मिला. इसके लिए उसने डेटा केबल का इस्तेमाल किया था. यह देख आदित्य के पसीने छूट गए. तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी गई. सृष्टि के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. फिर पुलिस ने इसकी सूचना सृष्टि के परिजनों को दी. इसके बाद जो खुलासा हुआ उसने सभी के होश उड़ा दिए.

सृष्टि के परिजनों ने सारा इल्जाम आदित्य पर लगाया. बोले- आदित्य हमारी बेटी को पिछले दो सालों से परेशान कर रहा है. दोनों रिलेशनशिप में थे. बावजूद इसके वो सृष्टि को टॉर्चर देता था. सृष्टि इस कारण डिप्रेशन में चल रही थी. सृष्टि तुली के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने 26 नवंबर को आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत केस दर्ज कर लिया. इसके बाद आज बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने प्रेमी को किया गिरफ्तार

पंडित ने दोबारा ऐसा नहीं करने की हिदायत दी. कई बार उसे बीच सड़क पर भी छोड़ देता था. पंडित की हरकतों से तुली बहुत परेशान रहने लगी थी. पोस्टमार्टम के लिए घाटकोपर स्थित राजावाड़ी अस्पताल शव भेजा गया था. डॉक्टरों ने मौत की वजह फांसी की वजह से दम घुटना बताया है. वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जितेंद्र सोनावणे ने बताया कि महिला पायलट का प्रेमी के साथ अक्सर झगड़ा होता था. आये दिन झगड़े की वजह से महिला पायलट परेशान रहने लगी थी.

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