Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

अली क्लाउड ने जस्ट बाय लिव में 10 करोड़ डॉलर निवेश किया

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)| अली क्लाउड इन्वेस्टमेंट ने फंडिंग की सीरीज बी राउंड में मोबाइल एप्लिकेशन जस्ट बाय लिव में 10 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। जस्ट बाय लिव निवेश की रकम का प्रयोग कंपनी वैश्विक बाजारों में कारोबार को फैलाने तथा मौजूदा भारतीय परिचानल का विस्तार और मजबूती के लिए करेगी। जस्ट बाय लिव ने एक बयान में यह जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि यूजर फ्रेंडली फीचर्स और अत्याधुनिक मोबाइल एप्लिकेशन के साथ वह विभिन्न खुदरा विक्रेताओं को एसएमई के उत्पाद मुहैया कराती है।

जस्ट बाय लिव ने कहा कि उसके मजबूत प्रौद्योगिकी वाला प्लेटफार्म पर सभी सूचीबद्ध ब्रांडों के लगभग सभी उत्पाद मौजूद हैं, जो रियल टाइम में सभी जिपकोड के सभी दूकानों के लिए उपलब्ध है।

एसीआई के अध्यक्ष एस. एम. अली ने कहा, जस्ट बाय लिव अब हर देश और विकासशील बाजारों में वैश्विक विस्तार के लिए तैयार है, जिससे इस प्लेटफार्म को फायदा होगा और हम मजबूत स्थानीय भागीदारों के साथ मिलकर नए बाजारों में प्रवेश करेंगे।

जस्ट बाय लिव के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकाररी साहिल सैनी ने बताया, हम वैश्विक विस्तार के लिए तैयार हैं और अली क्लाउड इन्वेस्टमेंट के साथ भागीदारी कर के बेहद उत्साहित हैं। हमारा भारत का व्यापार पहले से ही परिपक्व हो चुका है और मुनाफे के करीब है और हमारी तकनीक दुनिया के बाजारों में विस्तार के लिए पर्याप्त मजबूत है।

जस्ट बाय लिव का दावा है कि उसका ‘उधार’ एप एसएमई के लिए दुनिया का पहला संरचित असुरक्षित ऋण उधार मंच है। अब तक कंपनी 100 करोड़ से ज्यादा ऋण दे चुकी है। कंपनी को अगले 24 महीनों में अपने फिनटेक प्लेटफार्म के 10 गुणा वृद्धि की उम्मीद है।

Continue Reading

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

Published

on

Loading

मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

Continue Reading

Trending