Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

दिल्ली में वोटिंग शनिवार को, भाजपा-आप में मुख्य मुकाबला

Published

on

delhi-voting

Loading

नई दिल्ली| दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शनिवार सात फरवरी को होना है, जिसके लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी है। प्रचार का शोर गुरुवार शाम ही थम गया। चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। कांग्रेस को इस दौड़ में नहीं शामिल किया गया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 673 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से केवल 19 महिलाएं हैं। सभी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो जाएगा।

राष्ट्रीय राजधानी के कुल 1 करोड़ 33 लाख 9 हजार 78 मतदाता इन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। दिल्ली में मतदान के लिए कुल 12,777 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 191 को अति-संवेदनशील घोषित किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने गुरुवार को चुनाव प्रचार थमने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कुल 741 मतदान केंद्रों को संवेदनशील मतदान केंद्रों के रूप में चिन्हित किया गया है। वहीं 191 मतदान केंद्रों को अति-संवेदनशील बताया गया है।

गौरतलब है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि पहली बार चुनाव में उतरी आप को 28 सीट मिली थी। कांग्रेस को सिर्फ आठ सीटों पर संतोष करना पड़ा था। त्रिशंकु विधानसभा के बीच आप ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई थी, लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 14 फरवरी, 2014 को दिल्ली जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं करा पाने के कारण अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद 17 फरवरी को यहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था।

आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जिन्होंने पिछले चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को इसी सीट से करीब 26,000 वोट से हराया था। वहीं भाजपा की तरफ से पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है, जो पूर्वी दिल्ली के कृष्णानगर से चुनाव लड़ रही हैं।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending