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अन्तर्राष्ट्रीय

केंद्र के हस्तक्षेप से त्रिपुरा का युवक सऊदी अरब से रिहा

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अगरतला, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के हस्तक्षेप से त्रिपुरा के एक युवक की सऊदी अरब से सुरक्षित घर वापसी हुई है। वहां उसका नियोक्ता उसे प्रताड़ित करता था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि सऊदी अरब में गोपाल दास (34) का नियोक्ता कथित तौर पर 20 महीनों से ज्यादा समय से उसे प्रताड़ित कर रहा था।

गोपाल ने पिछले हफ्ते त्रिपुरा में अपनी पत्नी बबीता को फोन पर अपनी परेशानी बताई।

प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि पीड़ित के दोस्त ने सोशल मीडिया के जरिए मोदी और सुषमा को इस मामले के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने कहा, सुषमा स्वराज ने फौरन रियाद में स्थित भारतीय उच्चायोग को युवक को छुड़ाने के निर्देश दिए। चार दिनों के भीतर ही उसे जेद्दा में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने छुड़ा लिया और गुरुवार रात वह अगरतला लौट आया।

बेलोनिया का रहने वाला दास तीन साल पहले सऊदी अरब गया था। वहां असीर प्रांत के अबहा में वह परिवहन कर्मचारी के रूप में काम करने लगा। वह मुंबई के एक निजी संगठन के जरिए सऊदी अरब गया था।

पिछले छह महीनों से उसे वेतन भी नहीं मिल रहा था।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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