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गोवा : निर्वाचन आयोग के फरमान की हिटलर से तुलना

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पणजी, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)| गोवा सरकार के कर्मचारी संघ ने रविवार को एक हालिया निर्देश की तुलना हिटलर के नेतृत्व में जर्मनी में लागू किए जाने वाले फरमानों से की।

इस निर्देश के तहत बूथ स्तर के निर्वाचन अधिकारियों को 30 सितंबर को दशहरा के अवकाश के दौरान काम करने के लिए बाध्य किया गया। संघ के अध्यक्ष जॉन नाजारेथ ने सहायक निर्वाचन अधिकारी (एईआरओ) के निर्देशों की निंदा करते हुए एक बयान में कहा, काम के अनियोजित घंटों में काम करने के इस प्रकार के निर्देश केवल जर्मनी में एडोल्फ हिटलर द्वारा ही दिए जाते थे। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हम मानवाधिकारों और मूल्यों को काफी महत्व देते हैं।

बयान के मुताबिक, चुनाव प्रशासन द्वारा ऐसे निर्देश जारी किया जाना साबित करता है कि उन्हें लगने लगा है कि वे कानून से बढ़कर हैं। यह एक सुनियोजित कानून है कि कर्मचारियों के साप्ताहिक काम के घंटे 40 घंटे से ज्यादा नहीं हो सकते। कामगार वर्ग के कल्याण के लिए संयुक्त राष्ट्र भी इस पर बल देता है।

नाजारेथ ने कहा कि शुक्रवार रात को एईआर के अधिकारियों द्वारा अचानक एक फरमान जारी किया गया, जिसके तहत बूथ स्तर के निर्वाचन अधिकारियों को 30 सितंबर को सुबह 9.30 बजे से लेकर शाम 5.30 बजे तक अपने चुनाव बूथों में विशेष शिविर आयोजित करने को कहा गया। ये आदेश एईआरओ द्वारा जारी किए गए, जो राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के आदेश के तहत काम करते हैं।

नाजारेथ ने सरकार के आदेश को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताते हुए कहा, उन्हें शाम पांच बजे कॉल करके रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया गया। एईआरओ द्वारा हाल ही में जारी निर्देश बीएलओ (बूथ स्तर के अधिकारियों) को अपने कार्यालय के समय के बाद, शनिवार, रविवार और सार्वजनिक अवकाश पर भी काम करने का जनादेश देता है।

नाजारेथ ने कहा, संगठन निर्वाचन अधिकारियों से ऐसे तानाशाही रवैये पर तत्काल लगाम लगाने का आग्रह करता है। अन्यथा जीजीईए सभी उप जिला मुख्यालयों में प्रतीकात्मक मार्च आयोजित करने और इस मुद्दे को उठाने में तनिक भी नहीं हिचकिचाएगा।

राज्य सरकार के 50,000 नौकरशाहों में से अधिकांश गोवा सरकारी कर्मचारी संगठन के सदस्य हैं।

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नेशनल

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर श्रद्धा वॉकर का हत्यारा आफताब पूनावाला

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नई दिल्ली । लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, मीडिया में चल रही खबरों का संज्ञान लेते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन, आफताब पूनावाला की सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गया है क्योंकि उसे लॉरेंश बिश्नोई गैंग से खतरे की बात सामने आई है. तिहाड़ जेल के अंदर जेल नंबर 4 में आफताब पूनावाला को रखा गया है. आफताब, श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड का आरोपी है. दिल्ली के छतरपुर इलाके में आफताब ने श्रद्धा की हत्या करके उसके शरीर को कई टुकड़ों में बांट दिया था.

तिहाड़ जेल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पुलिस से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है लेकिन प्रशासन ने मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है. मुंबई पुलिस के मुताबिक, आफताब पूनावाला लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों के निशाने पर है.

क्या है मामला ?

पुलिस की जांच में सामने आया था कि 18 मई 2022 की शाम करीब 6:30 से 7:00 बजे के बीच श्रद्धा विकास वॉल्कर की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में आरोपी आफताब और पीड़िता के बीच रिलेशनशिप की टाइम लाइन अहम रही. मई 2019 से मार्च 2022 के दौरान मुंबई में आरोपी और पीड़िता की मुलाकात हुई और प्रेम संबंध बन गए थे. दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे और खुद को शादीशुदा जोड़े के तौर पर दिखाते थे. उन्होंने 3 जगहों पर एक के बाद एक किराए का मकान लिया था, जहां वे रहते थे. दोनों 2 जगहों पर साथ काम कर चुके थे.

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