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ट्रक चालकों ने जीएसटी, डीजल के दाम रोजाना बदलने के खिलाफ की हड़ताल

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नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)| पूरे देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और प्रतिदिन ईंधन तेलों की कीमत तय किए जाने के विरोध में ट्रक चालकों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल सोमवार को शुरू हुई। देशभर में ट्रक सड़कों से नदारद रहे।

दिवाली से पहले इस हड़ताल की वजह से आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई न होने के कारण कीमतें बढ़ने की पूरी संभावना है। अखिल भारतीय मोटर परिवहन कांग्रेस (एआईएमटीसी) के अतिरिक्त उपाध्यक्ष (उत्तर) हरीश सभरवाल ने बताया कि सरकार और ट्रांसपोर्टरों के बीच मांगों को लेकर सहमति नहीं बनने के बाद बाद वार्ता विफल हो गई और सुबह आठ बजे हड़ताल का निर्णय लिया गया।

सभरवाल ने बताया, हमलोग आज (सोमवार) और मंगलवार को देशव्यापी चक्काजाम पर जा रहे हैं। सरकार हमारी मांगों से सहमत नहीं हुई, इसलिए वार्ता विफल हो गई। इस दौरान ट्रक मालिकों को 2000 करोड़ का घाटा होगा।

एआईएमटीसी भारत में ट्रांसपोर्टरों की सबसे बड़ी इकाई है और पूरे भारत में 93 लाख ट्रकों एवं 50 लाख बसों व पर्यटक ऑपरेटरों का प्रतिनिधित्व करता है।

ट्रक-मालिकों का दावा है कि वे लोग जीएसटी से संबंधित परेशानियों की वजह से नई कर प्रणाली में काफी मुसीबत झेल रहे हैं।

एआईएमटीसी ने एक बयान में कहा कि अप्रत्यक्ष कर प्रणाली से ट्रांसपोर्टरों को पंजीकरण एवं बेवजह अनुपालन के लिए बाध्य होना पड़ा और इसे अवश्य ही दूर किया जाना चाहिए। ट्रांसपोर्टर ने इस बात पर भी शिकायत दर्ज करते हुए कहा कि जीएसटी प्रणाली के अंतर्गत प्रयोग की गई वस्तुओं पर दोहरा कर लगता है और इसे हटाया जाना चाहिए।

बयान के अनुसार, ट्रक को खरीदने और बेचने में दोहरे कर, 28 प्रतिशत से ट्रक मालिकों पर काफी बुरा असर पड़ा है।

ट्रांसपोर्टरों ने कहा कि वे लोग अपंजीकृत व्यापरियों के सामानों की आवाजाही नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि अगर वे ऐसा करेंगे तो उनको अपंजीकृत व्यापारियों के बदले आरसीएम (रिवर्स चार्ज मेकेनिज्म) के अंतर्गत कर चुकाना पड़ेगा।

हड़ताल से खाद्य सामग्रियों की आवाजाही पर बुरा असर पड़ा है। तमिलनाडु में ही अकेले 50,000 ट्रक सड़क से नदारद रहे।

एआईएमटीसी के उपाध्यक्ष-दक्षिण क्षेत्र पी.वी. सुब्रमणि ने आईएएनएस को बताया, ट्रक चालक इस दो दिनी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। पूरे राज्य में 5,000 करोड़ व्यापार घाटा और पूरे देश में इससे 10 गुना ज्यादा घाटा होने की संभावना है।

वहीं अखिल भारतीय मोटर यातायात कांग्रेस (एआईएमटीसी), दक्षिण क्षेत्र के महासचिव जी.आर. शणमुगप्पा ने आईएएनएस को बताया, पूरे कर्नाटक में सुबह छह बजे से सामानों की ढुलाई ठप हो गई और मंगलवार शाम छह बजे तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।

शणमुगप्पा ने कहा, पूरे राज्य में हमसे जुड़ी अधिकतर इकाइयां मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं और करीब चार लाख ट्रकों का परिचालन बंद है। बड़ी संख्या में लोग खासकर चालक, सफाईकर्मी, पोर्टर और उनके कर्मचारी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं।

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नेशनल

केरल के कन्नूर जिले में चोरों ने व्यवसायी के घर से उड़ाए एक करोड़ रुपये, सोने के 300 सिक्के

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कन्नूर। केरल के कन्नूर जिले में चोरों के एक गिरोह ने वालापट्टनम में एक व्यवसायी के घर से एक करोड़ रुपये की नकदी और सोने की 300 गिन्नियां चुरा लिए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।पुलिस के मुताबिक चोरी की यह घटना उस समय हुई जब व्यवसायी और उसका परिवार एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए तमिलनाडु के मदुरै गए हुए थे। उन्होंने बताया कि चोरी का पता तब चला जब रविवार रात को व्यवसायी का परिवार घर लौटा और लॉकर में रखा कीमती सामान गायब पाया।

सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा

पुलिस सूत्रों ने बताया कि घर के सभी लोग 19 नवंबर से ही घर से बाहर थे। और संदेह है कि चोरों ने रसोई की खिड़की की ग्रिल काटकर घर में प्रवेश किया। सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा जा सकता है।

चोरों को लिए गए फिंगरप्रिंट

पीड़ित परिवार के एक रिश्तेदार ने मीडिया को बताया कि नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान आलमारी में बंद करके रखे गए थे। इसकी चाबी दूसरे कमरे में रखी गई थी। पुलिस और ‘फिंगरप्रिंट’ (अंगुलियों के निशान) लेने वाले विशेषज्ञों की एक टीम घर पहुंची और सुबूत एकत्र किए तथा आरोपियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है।

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