Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

बिहार : तुलार्क महाकुंभ के अंतिम शाही स्नान में 20 लाख श्रद्धालु पहुंचे

Published

on

Loading

बेगूसराय, 8 नवंबर (आईएएनएस)| बिहार के बेगूसराय में सिमरिया के गंगा तट पर बुधवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। तुलार्क महाकुंभ के अंतिम तीसरे पर्व (शाही) स्नान पर कम से कम 20 लाख लोगों ने स्नान किया। अंतिम शाही स्नान को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सिमरिया घाट पर उमड़ी। तीसरे शाही स्नान में स्वामी चिदात्मन जी महाराज की अगुआई में कुंभ शोभा यात्रा निकली। इस शोभा यात्रा में कुंभ की शान माने जाने वाले नागा साधु सबसे आगे रहे। पंच दशनाम जूना अखाड़ा से जुटे ये नागा साधु यात्रा में तलवार, भाले, त्रिशूल से करतब दिखाते रहे। नागा संन्यासियों ने सबसे पहले स्नान किया। नागा सन्यासियों के पीछे दंडी स्वामियों का दल यात्रा में शामिल रहा।

महामंडलेश्वर राम सुमिरन दास जी, महंत शंकर दास ने भी अपने-अपने मंडल के सैकड़ों महंतों के साथ शाही स्नान में भाग लिया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी उपस्थित रहे। शाही स्नान जुलूस में एक लाख से अधिक लोग शामिल हुए।

स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने कहा, यह जन सैलाब समर्थन का प्रतीक है। भारत एक धर्मप्रधान देश है। यह देश शांति का उद्घोषक रहा है। मिलनसारिता के कारण ही यहां एकता और अखंडता का कारण बनता है। सभी लोग धर्म के मार्ग पर चलते हुए देश को आगे बढ़ावें और जन-जन का काम करें।

शाही स्नान जुलूस सिद्धाश्रम से निकला जो मेला क्षेत्र का परिभ्रमण कर गंगा घाट पहुंचा। इस शाही स्नान को लेकर सुरक्षा के पुख्ते प्रबंध किए गए थे। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी। ड्रोन कैमरा से स्थिति पर नियंत्रण रखी जा रही थी।

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि सिमरिया घाट के सौंदर्यीकरण के लिए राज्य और केंद्र सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि इस कुंभ में भाग लेने वाले लोग तो अपनी मोक्ष की प्रार्थना कर ही रहे हैं, परंतु इसी से देश और विश्व का भी कल्याण है।

उल्लेखनीय है कि पहला शाही स्नान 19 अक्टूबर को जबकि दूसरा 29 अक्टूबर को हुआ था। पिछले दो शाही स्नानों के मुताबले इस शाही स्नान में काफी लोगों ने भाग लिया।

इस अद्भुत शाही स्नान में प्रभारी मंत्री विजय कुमार सिन्हा, कुंभ सेवा समिति के महासचिव और विधान पार्षद रजनीश कुमार भी शामिल हुए।

यह महाकुंभ 16 नवंबर को समाप्त होगा।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियों का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत

Published

on

Loading

नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार सुबह करीब 5 बजे भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में जगतगुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। इसके अलावा उनकी दो बेटियां गंभीर रूप से घायल हैं। घायल दोनों बेटियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद जगतगुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश भी जारी किया गया है। संदेश जारी करने के बाद भक्तों द्वारा इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया जा रहा है।

दिल्ली जाते समय हुआ हादसा बताया जा रहा है कि मथुरा से जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियां डॉ. विशाखा त्रिपाठी, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी कार से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए निकलीं थीं। उनके साथ आश्रम से जुड़े अन्य लोग भी मौजूद थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उनको फ्लाइट पड़कर सिंगापुर जाना था। कार यमुना एक्सप्रेसवे पर दनकौर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची थी। इसी दौरान तेज रफ्तार की एक डीसीएम ने आगे चल रही दोनों कारों में टक्कर मार दिया। टक्कर लगने के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गईं।

हादसे में बड़ी बेटी का निधन

हादसे में कृपालु जी की बड़ी बेटी 65 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हुआ है. हादसा दो छोटी बेटियों, डॉ. श्यामा त्रिपाठी व डॉ. कृष्णा त्रिपाठी की हालत गंभीर बताई जाती जा रही है. सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सिंगापुर जाने के लिए तीनों बहनें फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट के लिए जा रही थीं.

 

Continue Reading

Trending