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आंध्र प्रदेश : अरकू घाटी में हॉट एयर बैलून महोत्सव का आयोजन

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नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)| आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम की अरकू घाटी में प्रथम हॉट एयर बैलून महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है, जो 14 से 16 नवंबर तक चलेगा। अरकू बैलून महोत्सव में अमेरिका, स्विट्जरलैंड, जापान, मलेशिया, ब्रिटेन, ताइवान और भारत सहित कुल 13 देश हिस्सा ले रहे हैं।

इस महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। अरकू घाटी ऐतिहासिक और प्राकृतिक रूप से समृद्ध है। अरकू घाटी कॉफी की खेती, जनजातीय संस्कृति और झरनों के लिए जानी जाती है।

हॉट एयर बैलून की सवारी को लेकर कई लोगों में भ्रांतियां हैं, जिनमें से कई इसकी अधिकतम ऊंचाई, संभावित दुर्घटनाओं को लेकर दुविधा में रहते हैं।

इन भ्रांतियों को दूर करते हुए ई-फैक्टर एडवेंचर टूरिज्म के सीईओ समित गर्ग ने आईएएनएस को बताया, हॉट एयर बैलून अधिकतम 50,000 फीट ऊपर तक जा सकता है लेकिन हवाई यातायात कंट्रोल के नियमों की वजह से इसे 500 से 2,500 फीट की ऊंचाई तक ही ले जाने की अनुमति है।

वह आगे कहते हैं, हालांकि, कई लोग इसकी सवारी करने से डरते हैं लेकिन यह सुरक्षित माध्यम है। इसमें किसी तरह की मोटर या इंजन नहीं होता, इसलिए इसके खराब होने का खतरा नहीं है। सिर्फ खराब मौसम ही इसके संचालन में बाधा डाल सकता है।

देश में हॉट एयर बैलून की सवारी को लेकर बढ़ रहे रुझान के बारे में समित गर्ग कहते हैं, देश में हॉट एयर बैलून क्षेत्र 25 फीसदी की दर से बढ़ रहा है और अधिक से अधिक लोग अब इसका अनुभव लेना चाहते हैं। जयपुर देश की हॉट एयर बैलूनिंग राजधानी है, जहां 30 से 40 लोग रोजाना हॉट एयर बैलून का आनंद उठाते हैं। देश में इस क्षेत्र में स्काय वॉल्ट्ज अग्रणी हैं। हॉट एयर बैलून के लाइसेंस के लिए पायलट को पांच से सात साल तक के अनुभव की जरूरत होती है।

इस महोत्सव का आयोजन आंध्र प्रदेश पर्यटन विभाग दिल्ली की ई-फैक्टर और स्काय वॉल्ट्ज कंपनियों के साथ मिलकर कर रहा है।

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नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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