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प्रादेशिक

एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, लखनऊ में दबोचा गया सॉल्वर गैंग

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लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने इलाहाबाद-गोरखपुर के बाद भर्ती परीक्षा में धांधली करने वाले एक गैंग को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। गोरखपुर में गैंग से पूछताछ में एसटीएफ को पता चला कि इस गैंग से जुड़े आरोपी कृष्णानगर में पिकडली होटल के पास मिलने आने वाले हैं, जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गैंग के पास से एसटीएफ को 9 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस,15 ब्लूएटूथ व ब्लूटूथ बैटरी, परीक्षा में पास होने वाले युवको की मार्कशीट, वोटर कार्ड, आधार कार्ड बरामद हुआ है। गिरफ्तार 3 में एक 2015 मे cpmt का पेपर लीक कराने में भी जेल जा चुका है।

इससे पहले, यूपी एसटीएफ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की ग्रुप डी भर्ती परीक्षा में धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ को हाईकोर्ट ग्रुप-डी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गैंग की सूचना 10 नवंबर को मिली थी, जिसके बाद एसटीएफ ने आरोपियों पर शिकंजा कसने के लिए जांच शुरू की।

एसटीएफ ने गैंग के सदस्यों की लोकेशन इलाहाबाद में ट्रैक कर ली और परीक्षा से कुछ घंटे पहले ही इन्हे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किये गए आरोपियों में सिराज, संजय और अभिषेक धोखाधड़ी के मुख्य साजिशकर्ता थे, जबकि 4 परीक्षार्थी और 6 सॉल्वर को भी दबोचा गया है। इनके पास से नकल कराने के लिए हाईटेक सामग्री भी बरामद हुई है। गिरोह के तार कई राज्यों से जुड़े हैं। ये आरोपी टीईटी परीक्षा में भी नकल का ठेका लेते हैं।

हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब इलाहाबाद में ऐसा गैंग पकड़ा गया। बीते 5 महीने में यह तीसरा गैंग है। इससे पहले हाईकोर्ट की ही परीक्षा से पहले एक और गैंग पकड़ा गया था जबकि टीईटी परीक्षा से पहले भी साल्वर गैंग को इलाहाबाद से एसटीएफ ने दबोच लिया।

एसटीएफ के एएसपी प्रवीण सिंह चौहान ने बताया कि इस गैंग के पास से 54 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, 45 ब्लू टूथ, 30 डिवाइस स्टीकर मिले हैं। परीक्षा केंद्र से बहुत दूर बैठकर यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से अपने कैन्डिडेट को प्रश्न पत्र हल कराते। यह लोग बोलकर सारे उत्तर बताते कैन्डीडेट को सिर्फ सुनकर उत्तर लिखने थे।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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