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खेल-कूद

राज्य स्तरीय स्पेशल गेम्स में स्पेशल बच्चों ने दिखाया दम

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हौसला राज्य स्तरीय स्पेशल गेम्स का भव्य शुभारम्भ

लखनऊ। हमारी सोच एकदम आपके जैसी है, हम एकदम सामान्य बच्चे की तरह सोचते है तथा वैसे ही करते हैं, यहां बात हो रही है स्पेशल बच्चों की जो खेलकूद की दुनिया सहित विभिन्न क्षेत्रों में नाम कमा रहे है। ऐसे ही स्पेशल बच्चों को एक मंच देेने तथा आम जनों को इनकी प्रतिभाओं से रूबरू कराने के लिए सरस्वती एजुकेशनल फाउंडेशन द्वारा आयोजित हौसला राज्य स्तरीय स्पेशल गेम्स के तीसरे संस्करण के पहले दिन इन बच्चों के खेल के मैदान में दिखे जोश को हर किसी ने सराहा।
एकदम ओलंपिक खेलों की तर्ज पर इन खेलों की मशाल भी रोशन हुई जिसे स्पेशल ओलंपिक में पदक जीतने वाले बच्चों ने इस मशाल को रोशन किया तथा अर्जुन अवार्डी इंटरनेशनल एथलीट गुलाब सिंह की अगुवाई में जब स्पेशल बच्चों ने दौड़ के बाद मशाल अतिथियों को सौंपी तो पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। मशाल दौड़ में स्पेशल खेलों के इंटरनेशनल पदक विजेता रोहन पाण्डेय, कुलप्रीत कौर अनिष्का उपाध्याय, नितिश कुमार व मो.हामिद समेत कई खिलाड़ियों ने सामूहिक रूप से खेल भावना की शपथ ली।

इन खेलों का शुभारंभ विशिष्ट अतिथिगण भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक राजिंदर सिंह, वरिष्ठ आईएएस डा.हरिओम, अखिलेश मिश्रा व पीसी श्रीवास्तव, लखनऊ विष्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह, खेल निदेशक डा.आरपी सिंह, मनकामेष्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि, अर्जुन अवार्डी इंटरनेशनल एथलीट गुलाब सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता डा.अशोक बाजपेयी, क्रीड़ा भारती (अवध प्रांत) के अध्यक्ष अवनीश सिंह, इंटरनेशनल जेवलिन थ्रोअर सुमन देवी, इंटरनेशनल हैमर थ्रोअर गुंजन सिंह, शिक्षा अधिकारी ललिता प्रदीप व यूपी जूडो एसोसिएशन के सचिव मुनव्वर अंजार ने स्पर्धा में खुद हिस्सा लेकर किया। इस तरह से सभी अतिथि इन स्पेशल बच्चों के आयोजन के सहभागी बने। (साई) के क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक राजिंदर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय खेल प्राधिकरण खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। खासकर  ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार खासा ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि खेलो इंडिया प्रोग्राम के अंतगतत ऐसे स्पेशल बच्चों को स्टेडियम में अभ्यास की सुविधा दी जाए तथा इन्हें प्रशिक्षित कोचों का प्रशिक्षण भी मिले तथा इन बच्चों के लिए भी खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत आयोजन कराए जाएं।

इस अवसर पर इन स्पेशल बच्चों द्वारा बनाई गई विभिन्न वस्तुओं की एक प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें इन बच्चों द्वारा बनाई गई डिजाइनर मोमबत्ती, सजावटी सामान, लिफाफे, कपड़े, फूलदान, दिए तथा रूमाल घरेलू मसालों को बनाने में इन बच्चों की कारीगरी व हुनर को सभी ने सराहा।

आयोजन सचिव डा.सुधा बाजपेई के अनुसार दो दिवसीय इस आयोजन में आशा ज्योति, आशा आवा, अस्मिता, सीमा सेवा संस्थान, सक्षम, चेतना, समर्पण, टच स्पेशल, ज्योति स्पेशल स्कूल, नवदीप, सोनल डे केयर, उम्मीद आशा किरण, बहराइच से बाबा सुंदरदास संस्था व क्राइस्ट चर्च के बच्चे एथलेटिक्स, बोची व पावरलिफ्टिंग की स्पर्धाओं में भाग ले रहे है।
इस अवसर पर बजते म्यूजिक पर इन बच्चों ने जमकर झूमकर व डांस करके अपनी खुशी का इजहार किया।
पहले दिन हुई स्पर्धाओं के परिणाम इस प्रकार हैंः- 
बोची (ग्रुप ए):-प्रथमःअष्मिता, द्वितीयः समर्पण, तृतीयः जेएसएस
बोची (ग्रुप बी):-प्रथमःबीएसएस, द्वितीयः पायसम, नवदीप,
बोची (ग्रुप सी):-प्रथमः आशा आवा कैंट, द्वितीयः टच केयर, तृतीयः सीमा सेवा।
100 मी.दौड़ (16-21 साल, एमआर-ग्रुप ए):-प्रथमः प्रदीप यादव, द्वितीयःजीषान, तृतीयः आयुष
100 मी.दौड़ (16-21 साल, एमआर-ग्रुप बी):-प्रथमः नितेश, द्वितीयः ऋषभ, तृतीयःवदूद,
100 मी.दौड़ (12-15 साल, एमआर-ग्रुप एफ):–प्रथमः अनुराग, द्वितीयः चेतन, तृतीयःप्रज्जवल

हौसला गेम्स का समापन व पुरस्कार वितरण समारोह 15 नवंबर को दोपहर दो बजे से होगा।

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खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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