प्रादेशिक
10वीं क्लास की छात्रा की अचानक हो गई डिलीवरी, सामने आया हैरान कर देने वाला सच
नई दिल्ली। आपने अक्सर अखबारों में न्यूज़ चैनलों में सुना होगा कि नवजात को जन्म देकर उन्हें कूड़े के ढेर में फेक दिया गया है। कुछ ऐसा ही एक मामला कांकेर से सामने आया है। यहां एक नवजात बच्चे को जन्म देने के बाद उसे कूड़े के ढेर में फेंक दिया गया।
उधर से गुजर रहे लोगों ने जब बच्चे के रोने के आवाज सुनी तो पास गए। वहां का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। सामने एक नवजात पड़ा हुए था। उसके शरीर पर चींटियां लगी हुई थीं। लोगों ने तुरंत ही नवजात को वहां से उठाया और उसके माता-पिता की खोज शुरू की।
बच्चे के पास ही गांव वालो को कुछ खून के निशान दिखाई दिए। खून के निशान का सभी लोग पीछा करते हुए एक घर तक पहुंचे। गांव वालो के उस समय होश उड़ गए जब उन्होंने देखा उस घर में 15 साल की एक नाबालिग लड़की की डिलीवरी हुई थी।
लड़की की डिलीवरी होने के बाद बच्चे को बाहर फेंक दिया था। जब गांव वालो ने बच्चे के लिए सवाल जवाब उस परिवार से पूछे तो उन्होंने बच्चे को पहचानने से साफ इंकार कर दिया। गांव वालो और परिवार के बीच काफी देर बहस चलने के बाद नाबालिग लड़की ने सच बता ही दिया।
नाबालिक लड़की ने बताया कि यह बच्चा उसी का है। गाँव के ही रहने वाले एक लड़के से उसके संबंध बन गए थे जिसके चलते वह प्रेग्नेंट हो गई। उधर, नवजात बच्चे को जन्म देने के बाद कूड़े के ढेर में फेंकने से ठण्ड होने की वजह से वह काफी कमजोर हो गया था। बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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