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आजादी की लड़ाई को दिशा देने में चंपारण सत्याग्रह की अहम भूमिका : नीतीश
बेतिया, 20 नवंबर (आईएएनएस)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को कहा कि आजादी की लड़ाई को दिशा देने में चंपारण सत्याग्रह की अहम भूमिका थी, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। इस सत्याग्रह से चंपारण के किसानों का न सिर्फ दुख-दर्द घटा, बल्कि इसकी देशभर में चर्चा हुई और इससे आजादी की लड़ाई को गति मिली। ‘चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष’ के मौके पर महात्मा गांधी की कर्मभूमि भितिहरवा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि निलहों के अत्याचार से किसानों को मुक्ति दिलाने के बाद महात्मा गांधी ने यहां शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागृत किया।
इस क्रम में नीतीश ने भितिहरवा में गांधी आश्रम का अवलोकन किया तथा कस्तूरबा बुनियादी विद्यालय, भितिहरवा का लोकार्पण के साथ ही गांधी टूरिज्म सर्किट के अंतर्गत बहुद्देशीय भवन का शिलान्यास किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने भितिहरवा आश्रम एवं चंपारण सत्याग्रह पर लिखी पुस्तक ‘स्त्री स्वर’ का विमोचन किया। इस पुस्तक में चंपारण सत्याग्रह के समय महात्मा गांधी द्वारा स्थानीय लोगों के दर्ज कराए गए हस्तलिखित बयान है।
इस मौके पर नीतीश ने कहा, आज गौरव का दिन है, क्योंकि 100 साल पहले पंडित राजकुमार शुक्ल की काफी मेहनत के बाद महात्मा गांधी चंपारण आकर निलहों के अत्याचार से प्रताड़ित किसानों और तीन कठिया प्रणाली के तहत वसूले जानेवाले तरह-तरह के कर (टैक्स ) से उन्हें मुक्ति दिलाई।
उन्होंने कहा कि चंपारण में गांधी जी ने जो किया, वह जगजाहिर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष में पटना, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर और पंडित राजकुमार शुक्ल के गांव में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
नीतीश ने कहा कि चंपारण के इलाके में छह बुनियादी विद्यालय भी गांधी जी ने खुलवाए थे और शिक्षा का अलख जगाया था। इसी कड़ी में 20 नवंबर, 1917 को भितिहरवा में भी बुनियादी विद्यालय स्थापित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा, उन सभी छह बुनियादी विद्यालयों को पुनर्जीवित करने का हमलोगों ने संकल्प लिया है जिसकी शुरुआत भितिहरवा से हुई है।
इस मौके पर पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार, कला संस्कृति मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, गन्ना उद्योग व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद आलम, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी सहित कई सांसद और विधायक उपस्थित थे।
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केरल के कन्नूर जिले में चोरों ने व्यवसायी के घर से उड़ाए एक करोड़ रुपये, सोने के 300 सिक्के
कन्नूर। केरल के कन्नूर जिले में चोरों के एक गिरोह ने वालापट्टनम में एक व्यवसायी के घर से एक करोड़ रुपये की नकदी और सोने की 300 गिन्नियां चुरा लिए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।पुलिस के मुताबिक चोरी की यह घटना उस समय हुई जब व्यवसायी और उसका परिवार एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए तमिलनाडु के मदुरै गए हुए थे। उन्होंने बताया कि चोरी का पता तब चला जब रविवार रात को व्यवसायी का परिवार घर लौटा और लॉकर में रखा कीमती सामान गायब पाया।
सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि घर के सभी लोग 19 नवंबर से ही घर से बाहर थे। और संदेह है कि चोरों ने रसोई की खिड़की की ग्रिल काटकर घर में प्रवेश किया। सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा जा सकता है।
चोरों को लिए गए फिंगरप्रिंट
पीड़ित परिवार के एक रिश्तेदार ने मीडिया को बताया कि नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान आलमारी में बंद करके रखे गए थे। इसकी चाबी दूसरे कमरे में रखी गई थी। पुलिस और ‘फिंगरप्रिंट’ (अंगुलियों के निशान) लेने वाले विशेषज्ञों की एक टीम घर पहुंची और सुबूत एकत्र किए तथा आरोपियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है।
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