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रैली के दौरान योगी के एक आदेश ने किया शहीदों का अपमान
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश में आजकल निकाय चुनाव जोरों पर है। भाजपा,सपा और कांग्रेस लगातार अपनी दावेदारी को मजबूत करने के लिए रैलियां कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ लखीमपुर में एक रैली को सम्बोधित कर रहे थे लेकिन इसी दौरान जैसे ही उनका भाषण शुरू हुआ तो कुछ लोगों ने उनका विरोध करते हुए उन्हें सफेत तख्तियां दिखा डाली।
इसके बाद मामला तब और बढ़ गया जब लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और तख्तियों को हवा लहराते हुए सीबीआई जांच का स्लोगन बुलंद कर दिया। यह सब देखकर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ आग बबूला हो गए और इन लोगों को सभा से बाहर निकालने का फरमान जारी कर दिया।
हालांकि इस दौरान सीएम ने इस पूरे मामले की जानकारी लिए बगैर अपना आदेश दिया था। योगी के इस आदेश के बाद वहां पर मौजूद गांव के लोगों ने तुरंत रैली स्थल को छोडक़र वहां से बाहर निकल गए। पूरा मामला शहीद दरोगा मनोज मिश्रा हत्या केस का बताया जा रहा है। दरअसल शहीद दरोगा के समर्थन में लोगों ने तख्तियों पर शहीद दरोगा मनोज मिश्रा हत्या केस में सीबीआई जांच की मांग का स्लोगन लिखकर सीएम से गुहार लगानी चाही थी लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
बता दें कि थाना खीरी की पोस्ट लगुचा निवासी दरोगा मनोज मिश्रा पुत्र श्याम मुरारी मिश्रा की हत्या बरेली जिले के फरीदपुर थाने में तैनाती के दौरान पशु तस्करों द्वारा की गई थी। नौ सितम्बर 2015 को दारोगा की हत्या कर दी गई थी।
उस समय सूबे में सपा की सरकार थी। तब भाजपा के तमाम नेताओं ने परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा जताया था लेकिन अब तक इसमें कुछ नहीं किया गया है। जब यहां के लोगों ने बताया कि योगी लखीमपुर आ रहे हैं तब पीडि़त परिवार उनसे मिलने की कोशिश में था लेकिन स्थानिय नेताओं ने किसी तरह का सहयोग नहीं दिया।
वहां से मिली जानकारी के अनुसार शहीद के परिवार के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया गया। इतना ही उनके साथ बुरे बर्ताव से गांव के लोग भी गुस्से में हैं। इस पूरे मामले में शहीद दरोगा के पिता व दरोगा की पत्नी काफी नाराज है।
नेशनल
महाराष्ट्र में बोले अमित शाह- शरद पवार की चार पुश्तें भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, “मैं एमवीए वालों से पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर होना चाहिए या नहीं?
अमित शाह ने आगे कहा, ”अभी-अभी जम्मू कश्मीर के असेंबली में मीटिंग हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस पार्टी ने भी एक संकल्प किया कि धारा 370 वापस लाइए, कश्मीर जो है भारत का अभिन्न यंग नहीं है। मैं आज संभाजी महाराज की भूमि पर कह कर जा रहा हूं- शरद पवार साहब, चाहे आपकी चार पुश्ते भी आ जाएं, हम धारा 370 को वापस नहीं आने देंगे।”
अमित शाह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करके कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 75 साल से राम मंदिर को लटका रही थी। राहुल गांधी अयोध्या नहीं गए, उन्हें वोट बैंक से डर लगता है। हम बीजेपी वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं. हमने काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर भी बनाया, सोमनाथ का मंदिर भी सोने का बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, इसे रोकने का एकमात्र रास्ता बीजेपी की सरकार है। महायुति की सरकार है।
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