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खेल-कूद

सिर्फ 300 नहीं, 600 टेस्ट विकेट लेना चाहता हूं : अश्विन

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नागपुर, 27 नवंबर (आईएएनएस)| श्रीलंका के खिलाफ सोमवार को दूसरे टेस्ट मैच में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले दिग्गज गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर के 300 टेस्ट विकेट भी पूरे किए। अश्विन ने कहा है कि वह इस आंकड़े को ‘डबल’ करना चाहते हैं। विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में सोमवार को खेले गए मैच में अश्विन सबसे तेजी से करियर के 300 विकेट पूरे करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। अश्विन ने 54वें टेस्ट मैच में यह आंकड़ा छुआ है।

इस सूची में अश्विन ने आस्ट्रेलिया के दिग्गज डेनिस लिली को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल कर लिया है। अश्विन ने 54 टेस्ट मैचों में 300 विकेट पूरे किए हैं, वहीं लिली ने 56 टेस्ट मैचों में 300 विकेट पूरे करने का रिकॉर्ड बनाया था।

अश्विन ने कहा, मैं उम्मीद कर रहा हूं कि 300 विकेट की इस उपलब्धि को मैं 600 विकेट में तब्दील कर सकूं। मैंने अभी केवल 54 टेस्ट मैच ही खेले हैं। स्पिन गेंदबाजी उतनी आसान नहीं है, जितनी यह नजर आती है।

दूसरे टेस्ट से पहले अश्विन को 300 विकेट पूरे करने के लिए आठ विकेट और लेने थे, जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में हासिल किए।

भारतीय टीम ने विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में श्रीलंका को एक पारी और 239 रनों से हरा दिया। इस टेस्ट मैच में अश्विन ने कुल आठ विकेट लिए और 300 विकेट पूरे करने की उपलब्धि भी हासिल की।

केवल इतना ही नहीं। अश्विन ने सबसे तेजी से 300 विकेट पूरे करने वाले भारतीय गेंदबाजों की सूची में अनिल कुंबले को पछाड़ा है। कुंबले ने 66 मैचों में 300 विकेट लिए थे, जो अश्विन ने 54 मैचों में हासिल किए हैं।

अश्विन ने कहा, इसमें काफी मेहनत लगती है। मैंने और रवींद्र जड़ेजा ने काफी गेंदबाजी की थी। टीम की ओर से हाल ही में मिले ब्रेक से हमें श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए तरोताजा होने में काफी मदद मिली।

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खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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