Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

पेट्रोलियम मंत्रालय जासूसी मामले में पूर्व पत्रकार गिरफ्तार

Published

on

Loading

नई दिल्ली| केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय से दस्तावेज लीक होने के मामले में एक पूर्व पत्रकार तथा एक कंपनी के कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी और बताया कि इस मामले में जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। शांतनु सैकिया कई साल तक आपराधिक घटनाओं की रिपोर्टिग कर चुके हैं और फिलहाल वह एक वेब पोर्टल चलाते हैं। उन्हें पेट्रोलियम मंत्रालय का गोपनीय दस्तावेज औद्योगिक घरानों को उपलब्ध कराने के आरोप में शुक्रवार सुबह गिरफ्तार किया गया।

मेलबर्न स्थित एक ऊर्जा कंपनी में कार्यरत प्रयास जैन को भी पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में गिरफ्तार किया। दिल्ली के पुलिस प्रमुख बी.एस. बस्सी ने कहा कि सैकिया तथा जैन साथ मिलकर एक वेबसाइट चलाते हैं और उन्होंने इस पर चोरी हुए दस्तावेजों का विश्लेषण अपलोड किया था, जिसका इस्तेमाल बाद में औद्योगिक घरानों ने किया। उन्होंने पैसे के लिए इस बारे में सूचना कुछ अन्य व्यक्तियों से भी साझा की थी।

बस्सी ने हालांकि उन संगठनों के नाम नहीं बताए, जिन्हें इससे फायदा हुआ। उन्होंने कहा, “ऐसे में जबकि जांच जारी है, इन संगठनों के नाम उजागर करना ठीक नहीं होगा।” दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को पेट्रोलियम मंत्रालय के दो कर्मचारियों और तीन अन्य सहित पांच को मंत्रालय से दस्तावेज चुराने तथा इसे औद्योगिक जगत को मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। राकेश कुमार (30), लालता प्रसाद (36) और राजकुमार चौबे (39) को 17 फरवरी की रात शास्त्री भवन में गोपनीय दस्तावेजों की फोटोकॉपी करवाते समय रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। राकेश और लालता भाई दिल्ली के रहने वाले हैं, जबकि राजकुमार उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रहते हैं। उनसे सूचना मिलने के बाद सरकारी कर्मचारी आशाराम (58) और ईश्वर सिंह (56) को भी गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने गुरुवार को बताया कि राकेश और लालता शास्त्री भवन में बहु-कार्य कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे, जबकि चौबे उनका सहयोगी था। मगर उसने कभी शास्त्री भवन में काम नहीं किया था। गोपनीय दस्तावेजों की चोरी की घटना संसद भवन के पास कड़ी सुरक्षा वाले शास्त्री भवन स्थित मंत्रालय के दफ्तर में हुई। पुलिस प्रमुख ने कहा कि शुरुआती जांच में इसका खुलासा हुआ है कि जिन लोगों ने ये दस्तावेज मुहैया कराए, उन्होंने औद्योगिक कंपनियों के साथ भी काम किया था। उन्होंने कहा, “गिरफ्तार लोगों (राकेश और लालता) ने कोई खास दस्तावेज नहीं चुराए, बल्कि उन्होंने टेबल पर रखे किसी भी दस्तावेज को चुरा लिया।”

यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपियों के खिलाफ ऑफिशियल सीकेट्र एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा, उन्होंने कहा, “हम पहले जांच करेंगे कि क्या ये दस्तावेज गोपनीय दस्तावेजों के अंतर्गत आते हैं या नहीं। इसके बाद ही हम इस अधिनियम के तहत मामला दर्ज करेंगे।” क्या इस मामले में कुछ अन्य लोगों से पूछताछ होगी, इस पर बस्सी ने कहा, “संबंधित लोगों से पूछताछ की जाएगी।” उन्होंने कहा कि सभी गिरफ्तारी व्यक्तियों को शुक्रवार को पटियाला हाउस अदालत में पेश किया जाएगा। यदि आवश्यकता हुई तो जांच अधिकारी उन्हें रिमांड में लेने का अनुरोध करेंगे।

नेशनल

केरल के कन्नूर जिले में चोरों ने व्यवसायी के घर से उड़ाए एक करोड़ रुपये, सोने के 300 सिक्के

Published

on

Loading

कन्नूर। केरल के कन्नूर जिले में चोरों के एक गिरोह ने वालापट्टनम में एक व्यवसायी के घर से एक करोड़ रुपये की नकदी और सोने की 300 गिन्नियां चुरा लिए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।पुलिस के मुताबिक चोरी की यह घटना उस समय हुई जब व्यवसायी और उसका परिवार एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए तमिलनाडु के मदुरै गए हुए थे। उन्होंने बताया कि चोरी का पता तब चला जब रविवार रात को व्यवसायी का परिवार घर लौटा और लॉकर में रखा कीमती सामान गायब पाया।

सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा

पुलिस सूत्रों ने बताया कि घर के सभी लोग 19 नवंबर से ही घर से बाहर थे। और संदेह है कि चोरों ने रसोई की खिड़की की ग्रिल काटकर घर में प्रवेश किया। सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा जा सकता है।

चोरों को लिए गए फिंगरप्रिंट

पीड़ित परिवार के एक रिश्तेदार ने मीडिया को बताया कि नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान आलमारी में बंद करके रखे गए थे। इसकी चाबी दूसरे कमरे में रखी गई थी। पुलिस और ‘फिंगरप्रिंट’ (अंगुलियों के निशान) लेने वाले विशेषज्ञों की एक टीम घर पहुंची और सुबूत एकत्र किए तथा आरोपियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है।

Continue Reading

Trending