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बिजनेस

जियो खरीदेगी आरकॉम की वॉयरलेस संपत्तियां

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नई दिल्ली, 28 दिसम्बर (आईएएनएस)| रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. की सहायक कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम (आरजेआईएल) ने गुरुवार को रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) और उसकी सहयोगी कंपनियों की निर्दिष्ट संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किया है।

एक बयान में कहा गया कि इस समझौते के तहत, जियो या उसके द्वारा नामांकित कंपनी आरकॉम और उसकी सहयोगी कंपनियों की चार श्रेणियों की परिसंपत्ति का अधिग्रहण करेगी, जिसमें टॉवर्स, ऑप्टिक फाइबर केबल नेटवर्क, स्पेक्ट्रम और मीडिया कनवर्जेस नोड्स शामिल हैं।

बयान में कहा गया, ये परिसंपत्तियां रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है, जो आरजेआईएल की वायरलेस और फाइबर टू होम व एंटरप्राइस सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान करेंगी।

आरकॉम के कर्जदाताओं द्वारा आरकॉम के परिसंपत्तियों की बिक्री की जा रही है, जिन्होंने एसबीआई कैपिटल मार्केट लि. को इस प्रक्रिया के लिए अधिकृत किया है। इस प्रक्रिया का पर्यवेक्षण उद्योग के विशेषज्ञों के एक स्वतंत्र समूह द्वारा किया जा रहा है। आरजेआईएल दो चरण में चलने वाली नीलामी प्रक्रिया के दौरान सफल बोलीदाता के रूप में उभरी है।

बयान में कहा गया, यह अधिग्रहण सौदा सरकारी और नियामकीय मंजूरियों, सभी कर्जदारों की सहमति, शेयरधारकों की स्वीकृति पर निर्भर करेगा।

इस सौदे के लिए रिलायंस जियो को गोल्डमैन सैक्स, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स, जेएम फाइनेंशियल प्राइवेट लिमिटेड, डेविस पॉक, वार्डवेल एलएलपी, सिरील अमरचंद मंगलदास, खेतान एंड को और अर्रेस्ट एंड यंग ने सलाह दी थी।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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