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बिजनेस

मोबाइल से कीजिए बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त, एप हुआ लॉन्च

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नई दिल्ली। मोबाइल आधारित एप्लीकेशन प्लूटो एक्सचेंज गुरुवार को लांच किया गया। अब बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी (वर्चुअल करेंसी) का लेनदेन एप के जरिए किया जा सकता है।

यह सभी लेन-देन को केवल मोबाइल नंबर के इस्तेमाल के जरिये ही अंजाम देगा। महज 4-डिजिट पिन का उपयोग करके यूजर मोबाइल नंबर के इस्तेमाल से बिटकॉइन की खरीद, बिक्री, स्टोर एवं उसे खर्च कर सकेंगे। प्लूटो एक्सचेंज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भरत वर्मा ने गुरुवार को कहा, “प्लूटो एक्सचेंज का नारा है ‘अनबैंक द बैंक्ड बैंक’ यानी बैंक के काम की जटिलता से लोगों को मुक्त करो। क्योंकि बाजार में पहले से ही मौजूद दूसरे सभी एप बिटकॉइन के लेन-देन के लिए बिटकॉइन के पते का उपयोग करते हैं। प्लूटो एक्सचेंज इस पूरे परिदृश्य को बदल कर रख देगा और इन सारी जटिलताओं को एक झटके में खत्म कर देगा।

प्लूटो एक्सचेंज एक ओपेन पेमेंट प्लेटफार्म और डीसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज है, जो सभी क्रिप्टो एक्सचेंज पर इश्यू किया जाता है। कंपनी ने दावा किया है कि यह पहला एप आधारित वॉलेट है, जो मोबाइल नंबर के इस्तेमाल के जरिये बिटकॉइन लेन-देन में सक्षम बनाता है।

यह भी पढि़ए : बिटकॉइन ने बिग बी को लगाया बड़ा चूना, 640 करोड़ डूबे

उन्होंने कहा कि प्लूटो एक्सचेंज भुगतान की प्रक्रिया से जुड़े यानी पेमेंट प्रोसेस, वित्तीय रास्तों और वित्तीय संस्थानों के बीच समन्वय की समस्या का समाधान करता है। यह भुगतानों, प्रेषित राशि यानी रेमिटेंस, पेरॉल डिपोजिट, बीबी कॉमर्स, सप्लाई-चेन फाइनेंस, लॉयल्टी प्रोग्राम्स, ऐसेट मैनेजमेंट एवं कारोबार तथा अन्य मांग में रहने वाली सेवाओं सहित वित्तीय कारोबारों में सक्षम बनाता है।

भरत वर्मा ने बताया, “निवेश करना युवाओं का एक सपना होता है। हर कोई सुरक्षित तथा हिफाजत के साथ व्यापार करना चाहता है। लेकिन बाजार ठगों से भरा पड़ा है। जालसाजी से संबंधित इन सभी घटनाओं को देखते हुए, हमारी कंपनी ने एक नई पहल की है जो सुरक्षा को बढ़ाएगा एवं निवेश में जालसाजी की घटनाओं में कमी लाएगा। यह एप प्रत्येक व्यक्ति को सभी प्रकार के लेन-देनों में केवल मोबाइल नंबर के इस्तेमाल के जरिये ही सरलता से सक्षम बनाएगा।”

बिटकॉयन का न्यूयार्क में मूल्य साल 2016 में करीब 1,600 फीसदी बढ़ा है और वर्तमान में इसका मूल्य लगभग 15,000 डॉलर है। भारत में, एक बिटकॉयन की कीमत 10 लाख रुपये है और लोग इसे खरीदने में 3,000 रुपये से लेकर कई लाख रुपये तक का निवेश कर रहे हैं।

प्लूटो एक्सचेंज की स्थापना भरत वर्मा द्वारा 2017 में की गई। प्लूटो एक्सचेंज एक एप सक्षम क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट प्रदाता कंपनी है जिसका मुख्यालय दुबई में है तथा आईटी विभाग दिल्ली में है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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